दिवाली से ठीक पहले अलका लांबा ने केजरीवाल सरकार को घेरा, ये है बड़ा कारण-
नई दिल्ली | दिवाली पर जहाँ देशभर में उल्लास का माहौल है, वहीँ दिल्ली में व्यापारियों पर आफत आई हुई है | दिल्ली सरकार द्वारा पटाखों पर प्रतिबन्ध के बाद सियासत तेज हो गयी है | कांग्रेस की चर्चित नेता अलका लांबा ने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल की मंशा पर सवाल उठाये हैं और सीएम को व्यापारियों के हित को लेकर कठघरे में खड़ा किया है |
अलका लांबा ने ट्वीट कर कहा कि- काश दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने समय रहते फ़ैसला लिया होता, आतिशबाज़ी के लिए लाइसेंस ही ज़ारी ना किये होते, आज छोटे दुकानदारों को तालेबंदी, महँगाई में यूँ एक और झटका ना लगता, AAP परिवार संग घर में दिवाली मनाए, छोटा व्यापारी लाखों का नुक़सान भर, परिवार से दूर जेल जाए. नाइंसाफी.
अलका लांबा ने लिखा कि- दिल्ली के बढ़ते प्रदूषण, बढ़ती कोरोना महामारी के चलते आतिशबाज़ी पर पूरी तरह रोक लगनी ही चाहिए, देखकर बुरा भी लग रहा है कि पहले #AAP ने छोटे दुकानदारों को आतिशबाज़ी के लिए लाइसेंस दिये, मंत्री संग मीडिया भेज दुकानों पर सुर्खियाँ बने, लाखों का नुक़सान करवाया,अब सजा भी करवा रहें हैं.
एक अन्य ट्वीट में अलका लांबा ने लिखा कि- तब भी और अब भी #AAP के मुख्यमंत्री को मात्र #पराली और देश का किसान ही दिल्ली के वायु प्रदूषण का दोषी लगता है. अपने प्रदुषण को कम करने के लिए पिछले एक साल में मात्र विज्ञापनों पर ख़र्च करने के इलावा #AAP ने और क्या प्रयास किए?