AMU में JN मेडिकल कॉलेज के 25 डॉक्टर, 30 स्टाफ कोरोना पॉजिटिव
अलीगढ | कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रस्त मरीजों का उपचार करते-करते अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और स्टाफ के लोग भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन फैकल्टी के डीन प्रोफेसर शादाब खान का संक्रमण के चलते निधन हो गया था। जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने बताया कि वर्तमान में 25 चिकित्सक और 30 पैरामेडिकल स्टाफ संक्रमण से ग्रस्त हैं। दो रेजिडेंट डॉक्टर्स की हालत गंभीर है।
जेएन मेडिकल कॉलेज में लेवल 3 स्तर का कोविड-19 वार्ड बनाया गया है। जहां पर संक्रमण से ग्रस्त मरीज को सामान्य उपचार के अलावा वेंटिलेटर ऑक्सीजन सपोर्ट और आईसीयू की सुविधा उपलब्ध रहती है। यहां पर तीन शिफ्ट में डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाती है। प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने बताया कि स्टाफ लगातार काम कर रहा है। प्रोटोकॉल के मुताबिक निर्धारित समय तक ड्यूटी करने के बाद डॉक्टर और स्टाफ को आइसोलेशन में रहना होता है। इस तरह यह ड्यूटी सामान्य ड्यूटी से अलग हटकर है। स्टाफ को इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर रोटेशन पर लगाया जाता है। लेकिन इलाज करते करते यह स्टाफ भी संक्रमण की चपेट में आना शुरू हो गया है। कोशिश है कि मरीजों के इलाज में लगे डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को संक्रमण की चपेट में आने से बचाया जाए, जिससे कि वह ठीक से अपनी सेवाएं दे पाएं। क्योंकि अगर उपचार करने वाले लोग ही बीमार हो गए तो फिर बीमारों के लिए बहुत मुश्किल पैदा हो जाएगी।
15 दिन बाद भी मेडिकल कॉलेज को ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं-
15 दिन के इंतजार के बाद भी जेएन मेडिकल कॉलेज को सिलिंडर से आपूर्ति होने वाली ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। इसके चलते मरीजों का चिकित्सा कार्य प्रभावित हो रहा है। जेएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी कहते हैं कि अगर हमें ऑक्सीजन सिलिंडर मिल जाएं तो हम 150 और मरीजों को उपचार दे पाने में सक्षम होंगे।