बजट सेशन: महंगाई, चीनी आक्रामकता पर सरकार को घेरेगा विपक्ष, बजट सत्र में दलों को एकजुट करने की पहल करेगी कांग्रेस
नई दिल्ली। कांग्रेस संसद के बजट सत्र में महंगाई, बेरोजगारी और सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रामकता के साथ लोगों की आय में बढ़ती विषमता के मुद्दे पर भाजपा सरकार की घेरेबंदी की कोशिश करेगी। पार्टी इसके लिए अन्य विपक्षी दलों का भी साथ लेगी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अगुआई में शुक्रवार को पार्टी की संसदीय रणनीतिक समूह की बैठक हुई। इसमें बजट सत्र में विपक्षी समन्वय के जरिये आय में विषमता के कारण करोड़ों लोगों के फिर से गरीबी रेखा के नीचे चले जाने के साथ चीनी चुनौती पर बहस का दबाव बनाने को प्राथमिकता पर रखने का फैसला हुआ।
उत्तर प्रदेश और पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बीच हो रहे बजट सत्र का पहला हिस्सा बेहद छोटा है, मगर विपक्ष इस दौरान मोदी सरकार पर सियासी प्रहार का मौका छोड़ना नहीं चाहेगा। हालांकि, विपक्षी खेमे के बीच समन्वय बनाने की चुनौती इस बार कांग्रेस के लिए कहीं ज्यादा होगी। गोवा में चुनावी गठबंधन नहीं करने के कांग्रेस के फैसले ने तृणमूल कांग्रेस के साथ चल रही उसकी खटपट और बढ़ा दी है। संसद में सरकार को घेरने की कोशिशों में तृणमूल कांग्रेस काफी मुखर रही है। मगर बीते शीतकालीन सत्र के दौरान खटपट के कारण ही कांग्रेस और तृणमूल के बीच समन्वय नहीं हुआ।
वैसे तृणमूल का रुख इन मुद्दों पर कोई अलग नहीं रहा है। इसलिए कांग्रेस को उम्मीद है कि चाहे सीधे समन्वय से तृणमूल परहेज करे मगर इन सवालों को लेकर वह भी सरकार पर हमलावर रहेगी। कांग्रेस के संसदीय रणनीतिक समूह की वर्चुअल बैठक के दौरान आइएएस अधिकारियों की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के नियमों में बदलाव को देश के संघीय ढांचे पर एक और प्रहार मानते हुए इस मसले को भी उठाने पर सहमति बनी। वैसे तृणमूल ने भी आइएएस कैडर पर नियमों में बदलाव के खिलाफ संसद में सियासी संग्राम करने का बिगुल बजाया है। कांग्रेस की बैठक में एयर इंडिया के विनिवेश के फैसले और इसके तौर-तरीकों पर भी संसद में सरकार को घेरने का फैसला हुआ।
इस बैठक में सोनिया गांधी के अलावा राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश, गौरव गोगोई, मणिक्कम टैगोर के अलावा असंतुष्ट खेमे के नेताओं में शुमार किए जाने वाले वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा और मनीष तिवारी मौजूद थे। संसद के बजट सत्र के सुचारु संचालन के लिए सरकार सोमवार को सर्वदलीय बैठक करेगी। वहीं लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति ने भी रविवार और सोमवार को दोनों सदनों के सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है।