सुदर्शन न्यूज़ ने बुलंदशहर हिंसा को इज्तमे से जोड़ा तो पुलिस ने दिया करारा जवाब, कहा- ‘भ्रामक खबरें न फैलाएं’
बुलंदशहर | भारतीय लोकतंत्र में जहाँ मीडिया को चौथा स्तंभ माना गया है और उससे व्यवस्थाओं को आईना दिखाने की उम्मीद की जाती है वहीँ मीडिया के घराने नफरत फ़ैलाने लगे, समाज को आग में झोंकने का काम करने लगें और झूठी खबर फैलाकार दहशत फैलाएं तो फिर हालात कैसे होंगे आप स्वंय अंदाजा लगा सकते हैं | या यूँ कहें कि भारत इस समय कट्टरपंथी विचारधारा की ज़द में फँस गया है, जहाँ नेता, अभिनेता, अख़बार, समाचार चैनल, भगवा संगठन मिल नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी | सोमवार को जब बुलंदशहर कथित गौ-रक्षकों की भीड़ द्वारा की गयी हिंसा से जल रहा था तभी सुदर्शन न्यूज़ नामक चैनल और उसका मालिक आग लगाने के प्रयास में लगा हुआ था, वो तो बुलंदशहर पुलिस ने मोर्चा सभाला और चैनल को सच्चाई बताते हुए आईना दिखा दिया |
https://www.youtube.com/watch?v=Nb-UHJek8ag
दरअसल आज जब बुलंदशहर में चरमपंथी विचारधारा की समर्थक भीड़ ने पहले तो अफवाह फैलाई और उसके बाद एक पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी, पुलिस थाने को जला दिया गया, वाहनों को आग लगा दी | यहाँ तक की आग लगाती, तोड़फोड़ करती भीड़ ने वीडियो तक बनाये | मीडिया को जब शांति और सद्भाव की बात करनी चाहिए थी तभी सुदर्शन न्यूज़ चैनल के मालिक ने स्वंय बुलंदशहर सहित पूरे देश में आग लगाने का काम किया |
इतना ही नहीं नफरत और कुंठा से भरे चैनल के मालिक सुरेश चव्हाण ने हिंसा को बुलंदशहर में हो रहे मुस्लिम समाज के इजतमा से जोड़ने का प्रयास किया | अशोक चव्हाण का तत्काल बुलंदशहर पुलिस ने खंडन किया और लिखा ”कृपया भ्रामक खबर न फैलाएं। इस घटना का इज्तिमा कार्यक्रम से कोई संबंध नही है”।
https://www.youtube.com/watch?v=4ZPKwxMv7p4