महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती पर सूबे के 26 क़ैदियों को किया गया आज़ाद
पटना ( अ सं ) । कौन कहता है की हमारे बीच महात्मा गांधी जी नहीं हैं । हकीकत तो यह हैं की गांधी जी ,भारतीयों के दिल में बसते हैं और इनके आदर्शों पर चलने से इंसान गौरव प्राप्त करता हैं । इसके कई उदाहरण ,कारा महानिरीक्षक-बिहार ,मिथलेश मिश्रा ने गिनाएं और गांधी के कर्म भूमि मोतिहारी स्थित केन्द्रीय कारा में बंद कैदियों को सम्बोधित किया ।
आईजी मिथलेश मिश्रा ,जिलाधिकारी-रमण कुमार ,पुलिस अधीक्षक -उपेन्द्र कुमार ने संयुक्त रूप से 150 वीं जयंती पर केन्द्रीय कारा मोतिहारी में कैदियों के लिए चरखा उद्धोग का शुभारंभ किया । इस अवसर पर मोतिहारी जेल में लंबे अरसे से बंद सजा काट रहे 4 कैदियों को परिहार लाभ देकर आजादी दिया वहीं आगे अपराध नहीं करने व गांधी जी के उद्देश्यों पर चलने का शपथ दिलाया गया ।
गांधी जयंती के अवसर पर केन्द्रीय कारा बेऊर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर सहित सूबे के तमाम जेलों में गांधी जी के जीवन पर आधारित नाट्य कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया और परिहार लाभ देकर कैदियों को छोड़ा गया । इसमें बेऊर जेल-1 ,बक्सर-2 ,आरा-2 ,सासाराम-1,मोतिहारी-4 ,मुजफ्फरपुर-2 ,भागलपुर-8,लखीसराय-2,गया-1 व नवादा-2 ,कुल 26 कैदियों को छोड़ा गया ।
सूबे के जेलों में गांधी जयंती के अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से अधीक्षक -रवीन्द्र कुमार ,दीवान जाफर खां, डा परमेश्वर पांडे ,अंजनी कुमार ,राजीव कुमार झा ,बेऊर कारा अधीक्षक ,उपाधीक्षक आदी मौजूद थे। बेऊर जेल में बंद कैदियों ने गांधी जी आधारित नाट्य मंचन किया साथ ही गांधी जी का चित्र प्रतियोगिता कार्यक्रम कर सराहनीय कार्य किया ।