रिसर्च : 50 हज़ार साल पहले दो नस्लों की संतान होने के सबूत !
दिल्ली|बहुत समय पहले इंसानों की दो अलग-अलग प्रजातियां रूस की एक गुफ़ा में मिलीं. और करीब 50 हज़ार साल बाद अब वैज्ञानिकों के एक समूह ने पता लगाया है कि उन दोनों की एक बेटी थी.
गुफ़ा में मिले हड्डी के टुकड़ों के डीएनए से यह समझा जा रहा है कि वो दो अलग-अलग प्रजातियों की संतान थी.उसकी मां निएंडरथल प्रजाति की थी, जबकि पिता डेनिसोवन प्रजाति से थे, जो समय से साथ विलुप्त हो गए. बेटी इन दोनों प्रजातियों का मिश्रण थी.
विलुप्त हो चुकी निएंडरथल प्रजाति आधुनिक मानव के सबसे नजदीक और क़रीबी रिश्तेदार माने जाते हैं. जब प्रारंभिक दौर में आधुनिक मनुष्य अफ्रीका से यूरोप पहुंचा, उसी समय के आस-पास ये विलुप्त हुए. माना जाता है कि निएंडरथल करीब 50 हजार साल पहले लगभग पूरे यूरोप और एशिया में फैले हुए
रूस की डेनिसोवा पहाड़ी, जहां दो नस्लों की संतान होने के प्रमाण मिले हैं–
‘नेचर’ में प्रकाशित इस खोज से इस बात का कुछ अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि आदि मानवों की ज़िंदगी कैसी हुआ करती थी. निएंडरथल और डेनिसोवन हमारे जैसे मनुष्यों की तरह थे, लेकिन अलग प्रजाति से ताल्लुक रखते थे.
जर्मनी के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर इवॉल्यूशनरी अंथ्रोपोलॉजी के शोधकर्ता विवियन स्लोन ने कहा, “पहले के अध्ययनों से हम यह जानते हैं कि निएंडरथल और डेनिसोवन कभी मिले होंगे और दोनों ने बच्चे भी पैदा किए थे. लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम इतने भाग्यशाली होंगे कि इसके प्रमाण हमलोगों को मिलेंगे.”क्या हम सभी उस मां की संतान हैं?
वर्तमान में गैर-अफ्रीकी लोगों के डीएनए का कुछ हिस्सा निएंडरथल प्रजाति से मेल खाता है. वहीं कुछ गैर-अफ्रीकी लोगों का डीएनए कुछ हद तक एशियाई लोगों की डेनिसोवन प्रजाति से भी मिलता है.कई पीढ़ियों तक चले आपसी संबंधों और डीएनए में हुए बदलाव से यह साफ है कि विभिन्न नस्लों ने मिलकर बच्चे पैदा किए थे.हालांकि, इस तथ्य के सबूत सिर्फ़ साइबेरिया के अलताई पहाड़ों में ही मिले हैं.20 से कम कथित पुरातन मनुष्यों में इसके प्रमाण मिलते हैं कि वो अलग-अलग नस्लों का मिश्रण थे.डॉक्टर स्लोन ने बीबीसी से कहा, “इन प्रमाणों में से बहुत कम में दोनों प्रजातियों के हिस्से बराबर पाए गए हैं.”
जब आप दूसरे अध्ययनों को देखेंगे तो “आप पाएंगे कि मानव विकास का इतिहास मिश्रित नस्लों से भरा है.”कहाँ रहते थे निएंडरथल और डेनिसोवन-
ये दोनों प्रजातियां 40 हज़ार साल पहले तक अपने अस्तित्व में थीं. निएंडरथल पश्चिम में रहते थे और डेनिसोवन पूरब में.
निएंडरथल जब पूरब की तरफ बढ़ने लगे, वो डेनिसोवन और आज के शुरुआती मानव के संपर्क में आए होंगे.
संस्थान के निदेशक स्वांते पाबो कहते हैं, “निएंडरथल और डेनिसोवन को मिलने के अधिक मौके नहीं मिले होंगे. लेकिन जब मिले होंगे तो उनमें कई बार संपर्क स्थापित हुआ होगा, हम पहले जितना सोचते थे उससे कहीं ज्यादा.”
रूस के पुरातत्वविदों ने कई साल पहले एक हड्डी का टुकड़ा डेनिसोवा की पहाड़ियों में पाया था. इन टुकड़ों से ही दो नस्लों की संतान होने की बात का पता चली,टोरंटो यूनिवर्सिटी के बेंस विओला कहते हैं, “यह टुकड़ा एक बड़ी हड्डी का हिस्सा था और हमलोग यह अनुमान लगा सकते हैं कि उसकी उम्र 13 साल रही होगी.”शोधकर्ताओं ने यह अनुमान लगाया है कि लड़की की मां पश्चिमी यूरोप में रहने वाले निएंडरथल के ज्यादा करीब रही होंगी.इससे यह पता चलता है कि हज़ारों साल पहले निएंडरथल अपना अस्तित्व खोने से पहले पश्चिमी से पूर्व यूरोप और एशिया की तरह बढ़े होंगे.अनुवांशिक शोधों से पता चला है कि डेनिसोव प्रजाति की पारिवारिक श्रृंखला में कम से कम एक में निएंडरथल का अंश मिला है.