व्यवस्था दर्पण एक प्रयास है देश में छात्रों, युवाओं, गरीबों, शोषितोंऔर पीड़ितों की आवाज़ बुलंद करने का, उनकी समस्याएं उठाने का और सरकारों को मूल समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराने का| हमारा प्रयास है कि हम अंधाधुंध चैनलों ओर अखवारों की आढ़ में कुछ नया कर सकें और निष्पक्षता, बेबाकी के साथ समाज के हर वर्ग की आवाज़ बुलंद कर सकें| दरअसल वर्तमान समय में मीडिया की स्थिति दयनीय है| पूंजीपतियों के हाथ में मीडिया का केंद्र आजाने से देश में मीडिया के प्रति आम आदमी का विश्वास कम हुआ है| देश में गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, किसान, नौजवान के मुद्दे मीडिया की खबरों से गायब हैं| इन सब परिस्थितियों के बीच हमारा प्रयास है कि हम समाज के प्रत्येक वर्ग की आवाज़ बन सकें| साथ ही छात्रों और युवाओं को उनके विचार, उनकी समस्याएं उठाने का एक मंच दे सकें|
अंत में सिर्फ आप से यह उम्मीद रहेगी कि आप अपने सुझाव, शिकायत और विचारों से हमें जरूर अवगत कराएं जिससे कि हमारा उद्देश्य साकार हो सके|
आपका
जियाउर्रहमान
संपादक