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अलीगढ का माहौल ख़राब करने बुलाया जा रहा पाकिस्तानी तारिक फ़तह, मुस्लिमो में आक्रोश

  • June 7, 2017
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अलीगढ का माहौल ख़राब करने बुलाया जा रहा पाकिस्तानी तारिक फ़तह, मुस्लिमो में आक्रोश

अलीगढ | यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही कानून व्यवस्था को सुधारने की बात करें लेकिन उनके मंसूबो को पलीता लगाने का काम अलीगढ से शुरू हो गया है | रमजान के पवित्र माह में  सबसे संवेदनशील शहरों में शुमार अलीगढ के सौहार्द को बिगाड़ने की साजिश रची जा रही है | जी हाँ, सीएम योगी के मंसूबो को अलीगढ के कुछ लोग पूरा नहीं होने देना चाहते यही कारण है कि अलीगढ के डीएस कालेज के ऑडिटोरियम में पाकिस्तानी कथित इस्लामिक विद्वान तारिक फ़तेह को 11 जून को बुलाया जा रहा है | कार्यक्रम के होर्डिंग शहर भर में लगा दिए गए हैं, होर्डिंग लगते ही मुस्लिम समुदाय में आक्रोश है | तमाम सारे मुस्लिम संगठन तारिक फ़तेह के विरोध का एलान कर चुके हैं |

अलीगढ में आहुति नाम की संस्था ने संगोष्टी आयोजित की है जिसका विषय : विश्व शांति और इस्लाम रखा है | संस्था ने विवादित पाकिस्तानी तारिक फतह को मुख्या वक्ता के रूप में बुलाया है | तारिक फतह इस्लाम के खिलाफ बोलने और गलत व्याख्या करने के कारण देशभर के मुस्लिमो के निशाने पर है | रमजान के माह में तारिक फतह के कार्यक्रम ने शहर में तनाव पैदा कर दिया है | वहीँ सपा और कांग्रेस के छात्र नेताओं ने भी तारिक फतह के कार्यक्रम के विरोध का एलान कर दिया है,  डीएस कालेज में तारिक को नहीं घुसने देने और बड़े स्तर पर आन्दोलन की चेतावनी दी है | अमुवि में भी आक्रोश है और वहां के छात्र नेता भी कार्यक्रम के विरोध में उतर आये हैं |

विरोध कर रहे लोगो का कहना है कि इस्लाम के ऊपर गोष्ठी  है तो देश के ही किसी इस्लामिक विद्वान को बुलाया जाए तो कोई आपत्ति नहीं है | मुस्लिमो का यहाँ तक कहना है कि शंकराचार्य और आचार्य प्रमोद कृष्णम को ही बुला लें तो वाही को बता देंगे | मुस्लिम समाज के नेता मुजाहिद शेरवानी कहते हैं कि तारिक फतह पाकिस्तानी है लेकिन उसे सिर्फ इसलिए बुलाया जा रहा है क्योंकि वह इस्लाम की गलत व्याख्या करता है और भारत में हिन्दू मुसलमानों में ना-इत्तफाकी फैलाता है | उन्होंने सीएम योगी से ऐसे लोगो के यूपी में घुसने पर प्रतिबन्ध लगाने की मांग की है |

खैर, जो भी इतना तो तय है कि यदि अलीगढ में कार्यक्रम होता है तो फिर शहर की शांति व्यवस्था के लिए बड़ी दिक्कत हो सकती है | हालांकि तमाम विरोध के बाद अब प्रशासन भी कार्य्रक्रम पर नजर लगाये हुए है |