मोदी सरकार की हठधर्मिता अन्नदाता का अपमान, सनद रहे किसान ने जब भी दिल्ली का रुख किया सत्ता को उखाड़ फेंका है : अलका लांबा
नई दिल्ली | किसान आंदोलन को दिल्ली में आज ग्यारहवां दिन है लेकिन मोदी सरकार अभी तक किसानो की मांगो को लेकर गंभीर नहीं है | कई दौर की वार्ता के बाद भी किसान संतुष्ट नहीं है | मोदी सरकार के किसानो के प्रति रवैये पर कांग्रेस प्रवक्ता और चर्चित नेता अलका लांबा ने निशाना साधा है | अलका लांबा ने मोदी सरकार पर किसानो का अपमान करने और देश के नागरिकों का अपमान करने का आरोप लगाया है | अलका लांबा के ट्ववीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं |
ट्वविटर पर अलका लांबा ने लिखा कि- किसानों की मांगों पर मोदी सरकार की हठधर्मिता देश के अन्नदाता का अपमान है, किसानों के साथ गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर प्रत्येक नागरिक का अपमान कर रही है, सरकार को तत्काल सभी मांगे मानकर आंदोलन खत्म कराना चाहिए, सनद रहे किसान ने जब भी दिल्ली का रुख किया है सत्ता को उखाड़ फेंका है.
अलका लांबा ने आगे लिखा कि- 1.यह किसान नहीं पंजाब से भजे गए काँग्रेस के लोग हैं, 2.यह गुंडे हैं,आतंकी हैं,खालिस्तान की माँग करने वाले हैं, 3.इनके पीछे पाकिस्तान-चीन विदेशी ताकतें हैं 4. 5दोर की मीटिंग के बाद… सरकार किसान बिल वापस ले सकती है. यानी सारे षड्यंत्र फ़ेल होते दिख रहे हैं BJP/RSS/मोदी सरकार के?
‘आप’ पर अलका लांबा ने लिखा कि- केजरीवाल द्वारा भेजे गए MLA चड्डा ने किसानों में केले बांटते हुए फोटो खींच कर सब जगह शेयर किया, #AAP द्वारा ऐसा किए जाना किसानों को अपमान से लगा – उनके बाद किसानों ने फोटो खींचने से इंकार किया और बाहर निकल जाने को कहा. विज्ञापनों की सरकार के लिए हर चीज़ का प्रचार ज़रूरी जो है.
एक अन्य ट्ववीट में अलका लांबा ने हमला बोलते हुए लिखा कि- मोदी सरकार किसान कानून नहीं #अडानी_अम्बानी को बचा रही है – यह दोनों पूँजीपति प्रधानमंत्री मोदी जी के मित्र ना होते तो क़ानून वापस लेने की बात तो दूर ऐसा किसान विरोधी क़ानून आता ही नहीं. सुनिए..