अमित शाह ने NCP-कांग्रेस गठबंधन पर कसा तंज, कहा- ‘परिवारवादी पार्टियां महाराष्ट्र का विकास नहीं कर सकती’
महाराष्ट्र के बुलढाणा में चुनावी रैली संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राकांपा-कांग्रेस गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन देश के लिये काम करता है और राकांपा-कांग्रेस गठबंधन अपने-अपने परिवारों के लिये। शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में आगामी 21 तारीख को चुनाव होना है। दोनों खेमे चुनावी मैदान में खड़े हैं। एक ओर नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा और शिवसेना है, दूसरी ओर एनसीपी और कांग्रेस है। अनुच्छेद 370 का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि जब इस पर बहस हो रही थी तब कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद कहते थे कि 370 हटाने से कश्मीर में खून की नदियां बह जाएंगी। मगर मैं आज कांग्रेस के नेताओं को कहना चाहता हूं कि 370 हटने के बाद खून की नदियां क्या, खून का एक कतरा भी नहीं बहा है।
देश के गृह मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दे रहे शाह ने कहा कि 70 साल से आतंकवाद के कारण कश्मीर में 40 हजार से ज्यादा लोग मारे गए। इसके बावजूद भी कांग्रेस और NCP अपनी वोटबैंक की राजनीति के लिए 370 को हटाने का विरोध करती रही। मगर भाजपा के लिए देश की सुरक्षा, हमारी सरकारों से ज्यादा महत्वपूर्ण है, इसलिए हमने 370 हटाई। कांग्रेसी कह रहे हैं कि 370 हटाने से महाराष्ट्र वालों को क्या मतलब। मैं यहां की जनता को पूछना चाहता हूं कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग हो ये आप चाहते हैं या नहीं? सिर्फ महाराष्ट्र ही नहीं देश की समग्र जनता चाहती है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना रहे।
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस के कामों की तारीफ करते हुए शाह ने कहा कि उनकी सरकार 5 साल महाराष्ट्र में और मोदी जी की सरकार केंद्र में चली। इन 5 वर्षों में डबल इंजन ग्रोथ का फायदा महाराष्ट्र को मिला है और सर्वाधिक लाभ विदर्भ को हुआ है। कांग्रेस की जितनी भी सरकारें रहीं, सभी ने विदर्भ के साथ अन्याय किया था। भाजपा ने विदर्भ को न्याय दिलाने के साथ-साथ उसे विकास के रास्ते पर आगे ले जाने का काम किया है। हमने समग्र महाराष्ट्र का विकास किया है, यही हमारी संस्कृति है। पहले कहा जाता था कि विदर्भ में बिजली बनती है मगर यहां बिजली पहुंचती नहीं है, देवेन्द्र फडणवीस सरकार ने समग्र विदर्भ में बिजली पहुंचाई है और 5 साल के अंदर उद्योगों के 2 रुपये प्रति यूनिट बिजली में छूट देकर उद्योगों को बढ़ावा देने की शुरुआत की है।