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AMU ने छात्रों को कश्मीर के हालात पर फोटो प्रदर्शनी की नही दी अनुमति, कैंपस में प्रदर्शन, फोटो हुए वायरल

  • October 16, 2019
  • 1 min read
AMU ने छात्रों को कश्मीर के हालात पर फोटो प्रदर्शनी की नही दी अनुमति, कैंपस में प्रदर्शन, फोटो हुए वायरल

अलीगढ़ । कश्मीर को लेकर AMU में फ़ोटो प्रदर्शनी लगाने की अनुमति की मांग कर रहे कश्मीरी छात्रों को इंतजामिया ने अनुमति नही दी जिसपर छात्रों में आक्रोश पनप गया । कैंपस में ही छात्रों ने प्रदर्शन कर कश्मीर के हालातों पर चिंता व्यक्त की । कश्मीरी छात्रों के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं ।

कश्मीर के छात्रों ने बयान जारी करते हुए कहा कि फोटो पर्दशनी को आयोजित करने से पूर्व दिनांक 12-10-2019 को प्रॉक्टर से अनुमति मांगी गई थी लेकिन प्रॉक्टर द्वारा छात्रों के प्रॉक्टर कार्यालय बुलाकर प्रदर्शनी के सन्दर्भ में जानकारी लेने के बाद भी बिना किसी ठोस कारण के प्रदर्शनी की अनुमती नहीं दी ।

https://youtu.be/g_slM8QNRcg

कश्मीरी छात्रों ने कहा कि AMU प्रॉक्टर द्वरा एक अंतर राष्ट्रीय वाद -विवाद के मुद्दे पर पर्दशनी आयोजित करने की अनुमति नहीं देने एवं एक केंद्रीय विवि में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पूर्णकालिक रोक लगाने पर वह गहरा दुख व्यक्त करते हैं।

https://youtu.be/v9dfcnRBxmk

उन्होंने कहा कि मुवि प्रशासन द्वारा एक विधिपूर्वक प्रदर्शनी की अनुमति न देना, अमुवि प्रशासन के दोहरे रवैये को तो उजागर करता ही है साथ ही कैंपस मे चल रही सेंसरशिप का पर्दाफाश करता हैं । कश्मीरी छात्रों ने भारत के सभी लोकतांत्रिक लोगों से अपील की है कि विश्वविद्यालयों मे चल रही सेंसरशिप के खिलाफ आवाज़ उठायें ।

https://youtu.be/-KRgehTye1Y

कश्मीर के शोध छात्र बिलाल माजिद ने बताया कि हम गले मे पोस्टर टांगकर एवं मँह पर काली पट्टी बांधकर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ताकि पूरे विश्व को पता चल सके कि कैसे एक कथित लोकतांत्रिक देश अपने ही नागरिकों कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक लगा रहा है। हमारा विरोध प्रदर्शन कशमीर मे चल रहे अमानवीय बंद के खिलाफ है, जिसने वहां के राजनीतिक एवं आर्थिक भविष्य को नष्ट कर दिया। भारत एक लोकतंत्र है । कशमीर का भविष्य बिना वहां के नागरिकों की मर्ज़ी से निर्धारित करके केन्द्र सरकार ने तानाशाही एवं बहुसंख्यावाद का प्रदर्शन किया है।