नई दिल्ली | भ्रष्टाचार मुक्त भारत और स्वदेशी का गुणगान करने वाले बाबा रामदेव खुद की कंपनी पर यह लागू नहीं कर पा रहे हैं | कुछ दिनों पहले हरिद्वार की एक कोर्ट ने बाबा रामदेव के प्रोडक्ट पर जुर्माना लगाया था अब नेपाल ने कई प्रोडक्ट को बेकार मानते हुए बेचने की अनुमति नहीं देने का फैसला किया है | योग गुरु से व्यापारी बने बाबा रामदेव पतंजली के प्रचार प्रसार पर करोडो रुपया खर्च करते हैं | शुद्धता का दावा करने वाली बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी के प्रोडक्ट के नमूने नेपाल की एक लैब में फेल हो गए हैं। जिसके बाद इन प्रोडक्ट की खपत पर रोक लगा दी गयी है। न्यूज़ के मुताबिक़ पतंजलि प्रोडक्ट के 6 मेडिकल प्रोडक्ट के नमूने फेल होने के बाद इन पर रोक लगा दी गयी है। नेपाल स्वास्थ्य मंत्रालय ने पतंजलि से अपने 6 उत्पादों को वापस स्वदेश भेजने को कहा है। टेस्ट में फैल होने वाले छह मेडिकल उत्पादों में दिव्या गाशर चूर्ण, बाहुची चूर्ण, आमला चूर्ण, त्रिफाला चूर्ण, अदविया चूर्ण और अस्वानगंधा शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार कुल सात उत्पादों का प्रोडक्ट क्वालिटी टेस्ट किया गया जिसमें महज एक उत्पाद को नेपाल में बेचनी की हरी झंडी मिल सकी है। इससे पहले भी पतंजलि प्रोडक्ट की क्वालिटी को लेकर कई बार मामले सामने आये हैं। पिछले दिनों एक आरटीआई से पता चला था कि पतंजलि’ के कई उत्पाद उत्तराखंड की एक लैब द्वारा किए गए क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गए थे। जहाँ 40 प्रतिशत आयुर्वेद और यूनानी उत्पाद गुणवत्ताहीन है। इनमें पतंजलि के सामान भी शामिल हैं। पतंजलि के दिव्या अमला रस और शिवलिंगी बीज उन उत्पादों में शामिल रहे जो गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में नाकाम रहे।