बेबाक, निष्पक्ष, निर्भीक
November 21, 2024
अंतरराष्ट्रीय ब्रेकिंग न्यूज़

अमेरिका में ट्रम्प की टीम ने बाइडेन की टीम को चाबियां सौंपने से किया इनकार, हड़कंप

  • November 10, 2020
  • 1 min read
अमेरिका में ट्रम्प की टीम ने बाइडेन की टीम को चाबियां सौंपने से किया इनकार, हड़कंप

वॉशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद सत्ता हस्तांतरण का मसला उलझ गया है। डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने तो प्रेजिडेंट-इलेक्ट जो बाइडन की ट्रांजिशन टीम (वह टीम जो अब से जनवरी 2021 तक ट्रंप के राष्ट्रपति रहने तक अहम नीतियों पर काम करेगी) को संघीय सरकार की चाबियां सौंपने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप लगातार चुनाव में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी तरफ उनकी ही रिपब्लिकन पार्टी में उनके इस रुख को लेकर मतभेद गहरा रहे हैं।

दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में अगर सरकार बदलती है तो जीत हासिल करने वाला ट्रांजिशन टीम बनाता है। उस ट्रांजिशन टीम को फेडरल गवर्नमेंट की हर बिल्डिंग, हर दफ्तर में जगह दी जाती है जहां वह अगली सरकार चलाने के लिए जरूरी तैयारी करती है। इसके लिए बजट भी दिया जाता है जो इस बार करीब 1 करोड़ डॉलर के करीब होगा। सोमवार को बाइडन की ट्रांजिशन टीम इसीलिए जनरल सर्विसेज ऐडमिनिस्ट्रेशन की प्रमुख से ‘ट्रांजिशन’ लेटर पर दस्तखत कराने पहुंची लेकिन उन्होंने दस्तखत करने से इनकार कर दिया।

दरअसल, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन की जीत को स्वीकार नहीं किया है। यही वजह है कि जनरल सर्विसेज ऐडमिनिस्ट्रेशन की प्रमुख एमिली मर्फी बिना वाइट हाउस की हरी झंडी के ट्रांजिशन लेटर पर दस्तखत नहीं करना चाहती हैं। उनकी नियुक्ति ट्रंप ने ही की थी। जो बाइडन की ट्रांजिशन टीम अभी से ऐक्शन में आ चुकी है। कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए इंडियन-अमेरिकन विवेक मूर्ति की सह-अध्यक्षता में टास्क फोर्स का भी गठन कर दिया है। दूसरी तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार चुनाव नतीजों पर सवाल उठा रहे हैं और बाइडन-हैरिस की जीत बताने के लिए मीडिया की आलोचना कर रहे हैं।

ट्रंप भले ही बाइडन की जीत स्वीकार नहीं कर रहे हैं लेकिन उनकी ही रिपब्लिक पार्टी के कुछ पुराने दिग्गज नेता डेमोक्रेट उम्मीदवार को विजेता बता रहे हैं और इशारों-इशारों में ट्रंप से इसे स्वीकार करने की गुजारिश कर रहे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मैंने अभी-अभी प्रेजिडेंट-इलेक्ट जो बाइडन से बात की है। मैंने उन्हें बधाइयां दी हैं और पिछली रात उनकी तरफ से दिए गए देशभक्ति भरे संदेश के लिए उन्हें शुक्रिया कहा है। भले ही हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हों, लेकिन मैं जो बाइडन को एक अच्छे व्यक्ति के रूप में जानता हूं जिन्हें यह मौका देश के एकजुट करने और आगे बढ़ाने के लिए मिला है।’

खास बात यह है कि अमेरिका के सभी 4 जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों- जॉर्ज बुश, जिमी कार्टर, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा ने बाइडन को विजेता के तौर पर मान्यता दी है। बुश को छोड़कर बाकी 3 पूर्व राष्ट्रपति तो बाइडन की पार्टी डेमोक्रैटिक के ही हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि चुनाव के नतीजों को लेकर ट्रंप परिवार ही बंटा हुआ है। कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर ने उन्हें हार स्वीकार करने की सलाह दी है। यह भी कहा जा रहा था कि फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप भी डोनाल्ड ट्रंप से हार कबूल करने की गुजारिश की हैं लेकिन उन्होंने ट्वीट करके पति का साथ दिया है और उन्हीं की बात दोहराई है कि सिर्फ लीगल वोट गिने जाने चाहिए, इलीगल वोट नहीं। दरअसल ट्रंप पोस्टल बैलट पर सवाल उठा रहे हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी वह पोस्टल बैलट की आलोचना कर रहे थे।