पहली बार इलाबाबाद से आगे झूंसी स्टेशन के पास जहां कपलिंग टूटने की वजह से इंजन और ट्रेन अलग अलग हो गई। यह घटना फिर भदोही स्टेशन से पहले राधास्वामी धाम के पास इंजन अलग हो गई। करीब आधा किमी तक यात्रियों से भरी ट्रेन बिना इंजन के पटरी पर दौड़ती रही।
हालांकि इस हादसे के दौरान किसी के नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। सभी यात्री सुरक्षित हैं। घटना के बाद करीब एक घंटे तक ट्रेन वहीं खड़ी रही। उसकी इंजन बदली गई। घटना 10 बजे के करीब की है। ट्रेन दोपहर 2.20 बजे वाराणसी पहुंची। वाराणसी में स्टेशन पर इंतजार कर रहे लोग गुस्से में हैं। शिवगंगा एक्सप्रेस के वाराणसी पहुंचते ही उसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी गई। कई अधिकारी स्टेशन पर पहले ही पर पहुंच चुके थे। दोबरा कपलिंग टूटने की सूचना से वो भी हलकान थे। सुबह सात बजे वाराणसी पहुंचने वाली ट्रेन जब दोपहर ढाई बजे के करीब वाराणसी पहुंची तो यात्री बिलख पड़े। उनके चेहरे पर गुस्से के साथ एक अनजान सा डर था। हालांकि ट्रेन से बहुत सारे यात्री ज्ञानपुर स्टेशन पर ही उतर गए थे। एक यात्री ने रेलवे प्रसासन को कोसते हुए कहा कि वाराणसी के दरवाजे पर आकर सात घंटे अटके रहे।