अलीगढ़ के KK हॉस्पिटल में जमकर हंगामा, मरीज और स्टाफ भिड़ा, डॉक्टर सागर वार्ष्णेय को पीटते हुए ले गई पुलिस, वीडियो वायरल होने पर 1 सस्पेंड, इनके खिलाफ हुई FIR-
अलीगढ़ । शहर में शुक्रवार शाम केके हॉस्पिटल पर हुआ हंगामा चर्चा का विषय बना हुआ है । रामघाट रोड स्थित केके नर्सिंग होम में शुक्रवार शाम रुपयों के विवाद में डॉक्टर व नर्सिंग होम स्टाफ संग तीमारदारों ने मारपीट कर दी। इस दौरान नर्सिंग होम स्टाफ पर भी मारपीट का आरोप लगा है। खबर पर पहुंची पुलिस के सामने झगड़ा हो रहा था। यह देख पुलिस डॉक्टर सहित दोनों पक्षों को पकड़कर थाने ले गई। बस डॉक्टर के पकड़े जाने की खबर ने तूल पकड़ लिया और काफी संख्या में डॉक्टर एकत्रित होकर थाने पहुंच गए। जहां देर रात तक चली गहमागहमी के बाद डॉक्टर की ओर से तीमारदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस द्वारा डॉफ्टर से मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है । तीमारदार पक्ष के चार लोग हिरासत में हैं। वहीं, डॉक्टर को थाने ले जाते समय मारपीट के आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड को हटा दिया गया है। घटना के विरोध में व पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर डॉक्टरों ने हड़ताल का एलान कर दिया है
खबर के अनुसार, खैर के गांव करसुआ निवासी शिक्षिका रजनी पत्नी नरेन्द्र तोमर को प्रसव पीड़ा पर 20 फरवरी को केके नर्सिंग होम में भरती कराया गया। यहां 21 फरवरी को प्रसव के दौरान महिला ने दो बच्चों को जन्म दिया। नर्सिंग होम प्रबंधन के अनुसार शुक्रवार दोपहर छुट्टी के प्रपत्र तैयार करते समय काउंटर स्टाफ ने नरेंद्र तोमर से 15 हजार रुपये जमा कराने के लिए कहा। इस पर नरेंद्र बिफर गया और उसने रुपये देने का विरोध किया। पहले तो काउंटर स्टाफ व नरेंद्र तोमर के बीच नोकझोंक होने लगी। आरोप है कि नरेंद्र पक्ष ने हाथापाई-मारपीट तक कर दी। हंगामा होते देख केके हॉस्पिटल संचालक पुत्र डॉ. सागर वहां आ गए और उनके सुरक्षा कर्मी भी साथ थे। उनसे भी नरेंद्र पक्ष उलझने लगा। इसी बीच सूचना पर इंस्पेक्टर क्वार्सी छोटेलाल मय पुलिस बल के मौके पर पहुंच गए। इस दौरान पुलिस के सामने भी अस्पताल डॉक्टर/स्टाफ व तीमारदारों के बीच मारपीट हो रही थी। यह देख इंस्पेक्टर बीचबचाव में आए तो उनका चश्मा तक टूटकर गिर गया। बाद में पुलिस ने बल प्रयोग कर दोनों पक्षों को अलग किया और मौके से डॉक्टर सागर वार्ष्णेय सहित सात लोगों को पकड़कर थाने ले गए। थाने पहुंचकर पता लगा कि इनमें डॉक्टर सागर हैं तो उन्हें छोड़ दिया गया। मगर, तब तक काफी संख्या में शहर के डॉक्टर एकत्रित होकर थाने पहुंच गए। सीओ तृतीय भी मौके पर आ गए। दोनों ओर से कार्रवाई को लेकर सियासी दबाव चला। देर रात मामले में डॉक्टर सागर की तहरीर पर नरेंद्र तोमर पक्ष के चार नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ मारपीट, डॉक्टर सागर की उंगली तोड़ने व अस्पताल सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरे पक्ष की ओर से कोई तहरीर नहीं मिली है। इधर, विवाद को देखे हुए कई थानों का फोर्स भी वहां तैनात था।
सीओ अनिल समानिया ने बताया कि केके नर्सिंग होम में लेनदेन को लेकर तीमारदार व अस्पताल स्टाफ में मारपीट हुई थी। डॉक्टर पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिन पुलिसकर्मियों पर डॉ. सागर संग मारपीट का आरोप है, उनकी जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी और कार्रवाई होगी। दूसरे पक्ष ने अभी कोई तहरीर नहीं दी है।
डॉक्टर को पीटने का वीडियो वायरल, ये हुए सस्पेंड
केके नर्सिंग होम में हुए घटनाक्रम के दौरान डाक्टर केके वार्ष्णेय के पुत्र डॉ. सागर वार्ष्णेय को कुछ सिपाही पीटते हुए गाड़ी में बैठाते वीडियो में कैद हो गए। वीडियो वायरल होने के बाद शहर के चिकित्सकों का गुस्सा भड़क उठा। तमाम चिकित्सक मरीजों को छोड़कर थाने पहुंच गए और कार्रवाई होने तक हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। सांसद सतीश गौतम ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई और दोषी सिपाहियों को निलंबित कर जिले से बाहर करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो मुख्यमंत्री से मिलकर शिकायत करूंगा। इस मामले में वीडियो फुटेज के आधार पर सिपाही गौरव को निलंबित कर दिया है और होमगार्ड सुरेश कुमार को हटाते हुए कार्रवाई के लिए लिखा गया है।