UP उपचुनाव : पहली परीक्षा में BSP फेल, मायावती को लगा बड़ा झटका
लखनऊ । यूपी में 11 सीटों पर मतदान होना बाकी है लेकिन शुक्रवार को हमीरपुर सीट पर भाजपा की जीत ने विपक्षी दलों की बेचैनी बड़ा दी है । सपा दूसरे नंबर पर आकर थोड़ा सुकून में हैं लेकिन पहली बार उपचुनाव लड़ने का फैसला लेने वाली मायावती की बेचैनी बढ़ गयी है । हमीरपुर उपचुनाव के नतीजे आने के बाद बहुजन समाज पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हुआ।
हमीरपुर विधान सभा क्षेत्र की चुनावी परीक्षा में बसपा वर्ष 2017 का प्रदर्शन भी न दोहरा सकी और दलित मुस्लिम फार्मूला भी कारगर सिद्ध न हो सका। वर्ष 2017 में 60543 वोट हासिल करने वाली बसपा ढाई वर्ष बाद आधे से भी कम 28798 वोटों में सिमट गई। वोटों में गिरावट को बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। इसके चलते मिशन 2022 भी प्रभावित होने की आशंका जताई जा रही है।
बसपा से जुड़े एक पूर्व विधायक का कहना है कि पार्टी से जमीनी नेताओं की विदाई का असर दिखने लगा है। चुनाव जीतने के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं को ही मैदान में उतारना जरूरी होता है। बसपा ने समर्पित कार्यकर्ता माने जाने वाले नौशाद अली पर दांव लगाया, लेकिन वह वोटरों को लुभाने में नाकाम रहे।
माया की कश्मीर नीति पर भी उठे सवाल-
बसपा ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के मुद्दे पर अन्य विपक्षी दलों से अलग रुख अपनाया। पार्टी के एक कोआर्डिनेटर का कहना है कि इससे भाजपा को समर्थन देने जैसा संदेश गया और इससे मुस्लिम वोटरों में संदेह का वातावरण बना। इस मसले पर मौन साधे रहना बेहतर होता।