ओमेश्वर दयाल शर्मा/बुलंदशहर | सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को अब उनके ही कार्यकर्ता पीढ़ा व्यक्त कर रहे हैं | बुलंदशहर में सपा में मचा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है | अब सपा के कार्यकर्ता चौ चंद्रपाल सिंह ने सपा की नीतियों पर प्रश्नचिन्ह लगाया है | उन्होंने फेसबुक और सोशल मीडिया पर एक अपील जारी करते हुए सपा के युवा और बुजुर्ग नेताओं से जागने का आव्हान किया है | उन्होंने मुस्लिम जिलाध्यक्ष सपा द्वारा जिले में बनाने पर भी सवाल उठाये हैं | सोशल मीडिया पर उनकी यह अपील वायरल हो रही है | पढ़िए वायरल हो रही यह अपील-
”अगर अब भी समाजवादी विचारधारा पर जोड़ नहीं पाऐ तो कभी भी नहीं जोड़ सकते | जागो समाजवादी पार्टी के युवा नेताओं, बुजुर्ग नेताओं नेतृत्व करने वाले जिला बुलन्दशहर के समाजवादी साथियों से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूँ, सच्चे समाजवादी बनो देश व प्रदेश हित में चलाओ समाजवादी विचारधारा का अभियान |
आपको भी मालूम है मुझे भी मालूम है, मैं तो राष्ट्रीय स्तर की राजनीति करता हूँ | जिला बुलन्दशहर पर जब से समाजवादी पार्टी बनी है और आज तक जमीन से जुड़ें हुए गिने चुने चन्द लोग हैं सपा से दो विधायक बने वो भी अपने दम पर और श्रीअखिलेश यादव जी की लहर में 2012 में |
एक साँसद बने वो भी तब जब सपा में में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कल्याण सिंह शामिल हुए थे | तबसे अलावा अब तक समाजवादी पार्टी के जितने जिला अध्यक्ष बने उन्होंने सिर्फ और सिर्फ अल्लाह, अल्लाह के रसूल की बात की है | दूसरे धर्मों के लोगों को पद तो दिये हैं लेकिन उनको सम्मान नहीं कभी नहीं दिया | इस लिये हिन्दू धर्म का कार्यकर्ता अपना वोट तो देता है लेकिन दूसरे लोगों का वोट सपा को दिला नहीं पाता |क्योंकि जब दूसरे धर्म से ताल्लुक रखने वाला दफ्तर पर साथियों के साथ आता है, बैठक में तो उसे गलत तरीके से ब्यबहार करते हुए उसका मनौवल तौड़ दिया जाता है| उसके साथ आने वाले लोगों पर प्रभाव गलत पड़ता है|
यहाँ दलित समाज मुस्लिम समुदाय को डा० भीमराब अम्बेडकर जी के आदर्शों और नाम पर जोड़कर विधायक जाट,मुस्लिम, पंडित को बना लेता है लेकिन डा०राम मनोहर लोहिया जी, चौधरी चरण सिंह, जनेश्बर मिश्रा जी के आदर्शों से हम समाजवादी विचारधारा से क्यों नहीं जोड़ पाते हैं ? उसकी वजह यह है कि अभी तक सपा के जितने भी जिला अध्यक्ष बुलन्दशहर पर बने हैं वो लोग खुद किसी बिचार धारा को नहीं मानते ! सिर्फ अपनी अपनी भावनाओं, अपनी विचार धारा को ही मानते हैं | किसी को जोड़ते नहीं अपने व्यव्हार से तोड़ देते हैं, बातें कड़वी हैं मैं अगर समाजवादी हूँ तो मुझे बुरा नहीं लगेगा”
चंद्रपाल की यह अपील सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है | अब सपाई ही इस मुद्दे को लेकर दो फाड़ नजर आ रहे हैं |