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DUSU चुनाव 2018 : EVM में गड़बड़ी के बाद मतगणना स्थगित, बाद में होगा तारीख का ऐलान

  • September 13, 2018
  • 1 min read
DUSU चुनाव 2018 : EVM में गड़बड़ी के बाद मतगणना स्थगित, बाद में होगा तारीख का ऐलान

दिल्ली| दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव की मतगणना का काम रोक दिया गया है। अब बाद में तारीख का ऐलान किया जाएगा। प्रारम्भिक रुझान में एनएसयूआई और एबीवीपी में अध्यक्ष पद पर टक्कर दिख रही थी। हालांकि, एनएसयू अध्यक्ष और सचिव के पद पर आगे चल रही है। बुधवार को हुए दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में तीन साल बाद मतदान का रिकॉर्ड टूटा। 43.8% छात्रों ने अपने वोट का इस्तेमाल किया। इससे पहले 2014 के डूसू चुनाव में 44.3 फीसदी मतदान हुआ था।
01.48 PM: एनएसयूआई के समर्थकों ने दरवाजे का शीशा तोड़ा
01.48 PM: एनएसयूआई और एबीवीपी के लोगों ने मुख्य चुनाव अधिकारी से शिकायत की। मतगणना केंद्र पर जमकर काटा बवाल।
01.32 PM: डूसू चुनाव की मतगणना स्थगित
12:55 PM: ईवीएम खराब होने के बाद धांधली की आशंका की लेकर एनएसयूआई का प्रदर्शन।
12:48 PM: एबीवीपी उपाध्यक्ष और ज्वॉइंट सेक्रेटरी के पद पर आगे चल रही है।
12:43 PM: डूसू चुनाव मतगणना में अध्यक्ष और सचिव पद पर एनएसयूआई आगे। ईवीएम में फिर आई समस्या।
12:30 PM: डूसू इलेक्शन की काउंटिंग फिर शुरू हुई।
11:38 AM: एक ईवीएम की डिस्प्ले में दिक्कत होने से मतगणना थोड़ी देर के लिए रुकी है।dusu election result
11:35 AM: धीरे धीरे समर्थकों का जमावड़ा शुरू। 3 बजे तक परिणाम आने की उम्मीद।
11:30 AM: किंग्जवे कैम्प के कम्युनिटी सेंटर में कड़ी सुरक्षा के बीच चल रही है मतगणना।
11:00 AM: डूसू चुनाव की मतगणना शुरू। प्रारम्भिक रुझान में एनएसयूआई और एबीवीपी में अध्यक्ष पद पर टक्कर। बाकी तीन पदों पर एबीवीपी आगे। एनएसयूआई अध्यक्ष पद पर आगे चल रही है।
10:00 AM: डीयू चुनाव आयुक्त कार्यालय के अनुसार, सुबह के कॉलेजों में बेहतर वोटिंग हुई है। कई कॉलेजों में वोटिंग ने 50 फीसदी का आंकड़ा पार किया है। सबसे अधिक हिंदू कॉलेज में 60 फीसदी मतदान हुआ। वहीं, अरविंदो कॉलेज में 58 फीसदी, राजधानी कॉलेज में 51.92 फीसदी, रामजस कॉलेज में 50.56 फीसदी व वेंकटेश्वर कॉलेज में 50 फीसदी वोट पड़े।
09:00 AM: लक्ष्मीबाई कॉलेज में सबसे कम केवल13 फीसदी मतदान हुआ। डीयू में शुरू में सभी कॉलेजों में मतदान धीरे शुरू हुआ, लेकिन बाद में न केवल नार्थ कैंपस में बल्कि साउथ कैंपस के भी अधिकांश कॉलेजों में 35 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई।
08:30 AM: 2014 में 44.3 फीसदी मत पड़े थे। हालांकि, यह भी कटु सत्य है कि पिछले 10-11 साल से डीयू 50 प्रतिशत मतदान के लिए तरस रहा है। चुनाव के मद्देनजर सुबह से ही कॉलेजों के बाहर काफी संख्या में छात्र-छात्राएं मतदान करने के लिए पहुंचने लगे थे। वहीं, चुनाव की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस के जवानों ने नॉर्थ कैंपस के अधिकतर रास्तों की बैरिकेडिंग कर रख थी।
08:00 AM: ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया
छात्र संघ चुनाव में आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। सीवाईएसएस के प्रदेश महासचिव हरिओम प्रभाकर का आरोप है कि सीवाईएसएस-आईसा का पैनल कई जगह मशीनों में गलत पाया गया, जिसे सूचना मिलने के बाद ठीक कराया गया। उन्होंने बताया कि हमें सूचना मिली थी दयाल सिंह कॉलेज व लॉ फैकल्टी के कुछ पोलिंग स्टेशन में पैनल नंबर में गड़बड़ियां हैं। इसे बाद में ठीक कराया गया। उन्होंने दावा किया इस बार डूसू चुनाव में हमारा गठबंधन बड़ा उलटफेर कर सकता है। दोनों संगठनों ने घोषणा पत्र में यू-स्पेशल बस,मेट्रो किराया कम करवाने जैसे वादे शामिल हैं, जिसे हम पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
07:40 AM: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी और एनएसयूआई के बीच कांटे का मुकाबला हो सकता है। सेंट्रल पैनल से पहले कॉलेजों के पैनल का रुझान बताता है कि दोनों संगठनों के बीच कड़ी टक्कर है। एबीवीपी की मीडिया समन्वयक मोनिका चौधरी ने दावा किया है कि 19 कॉलेजों के पैनल में अध्यक्ष सहित 71 सीटों पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि सोमवार देर शाम तक मिली जानकारी के अनुसार एबीवीपी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। हमें पूरा विश्वास है कि परिणाम भी एबीवीपी के पक्ष में होगा और डूसू में भी चारों सीटों पर हम विजय हासिल करेंगे। इतने कॉलेजों में एबीवीपीकी जीत इस बात का संकेत है कि एबीवीपी पर छात्रों का पूर्ण विश्वास है।.
07:30 AM: एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा ने का कहना है कि डूसू चुनाव में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया है। 20 से अधिक कॉलेजों में 75 से अधिक उम्मीदवार एनएसयूआई के जीते हैं और सेंट्रल पैनल की भी सभी सीटों के प्रबल दावेदार हैं।
07:00 AM: सीवाईएसएस के दिल्ली महासचिव हरिओम प्रभाकर का कहना है कि हम बदलाव के लिए चुनाव में आए हैं और यह बदलाव इस चुनाव में दिखाई देगा। हमारे साथ छात्र एक स्वच्छ राजनीति के लिए जुड़े हैं और हमें मतदान किया है।