बुलंदशहर पुलिस की पिटाई से ई-रिक्शा चालक की मौत, ग्रामीणों में आक्रोश, BJP विधायक अनीता लोधी से हुई झड़प
बुलंदशहर | यूपी पुलिस लगातार बेलगाम होती जा रही है | कानपुर के मनीष गुप्ता के बाद अब बुलंदशहर में गौरीशंकर नाम के व्यक्ति की पुलिस की पिटाई से मौत हो गयी है | बुलंदशहर जिले के छ्तारी थाना इलाके के गांव चौंढ़ेरा में चौकी इंचार्ज आरडी शर्मा की पिटाई से ई रिक्शा चालक की मौत हो गई। परिजनों ने चौकी पर पहुंच हंगामा किया। उसके बाद रोड पर जाम कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। परिजनों को सांत्वना देने की बजाय हड़का रहीं भाजपा की विधायक अनीता लोधी से युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जियाउर्रहमान की तीखी झड़प हो गयी | ग्रामीणों के विरोध के बाद अनीता लोधी को वापिस लौटना पड़ा |
गांव चौंढ़ेरा निवासी गौरी शंकर (40) पुत्र भूप सिंह ई रिक्शा चलाता है। रविवार की रात वह ई रिक्शा चलाकर वापस घर जा रहा था। इसी दौरान गांव चौंढ़ेरा के विचित्रा देवी मंदिर के निकट जाम लगा हुआ था। बताया जा रहा है कि जाम हटाने के दौरान रिक्शा चालक की चौकी इंचार्ज ने पिटाई कर दी। पिटाई के चलते वह बेहोश हो गया। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने आनन-फानन ही रिक्शा चालक को अलीगढ़ के एक निजी अस्पताल में पहुंचाया। इस दौरान पंड्रावल चौकी पर परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। लोग चौकी इंचार्ज और एक सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे | देर रात अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती रिक्शा चालक की मौत हो गई। सोमवार की सुबह मृतक के परिजनों ने गांव के गेट के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया और जाम लगा दिया। लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं। साथ ही आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की है। वहीं हंगामा और जाम के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात है। बाद डीएम और एसएसपी ने परिजनों को मुआवजा और कार्यवाही का आश्वासन देकर शांत किया |
चौकी प्रभारी और सिपाही को किया निलंबित-
बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मेले में जा रही ई-रिक्शा को रोकने के क्रम में ई-रिक्शा चालक बेहोश हो गया था और इलाज के दौरान अलीगढ़ में उसकी मृत्यु हो गई। ई-रिक्शा चालक के शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। वह हार्ट और टीबी का पुराना मरीज बताया गया है। उपनिरीक्षक और सिपाही पर रिक्शा चालक से मारपीट का आरोप है। प्राथमिक छानबीन के बाद उपनिरीक्षक व आरक्षी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। परिजन यदि कोई तहरीर देते हैं तो रिपोर्ट दर्ज की जाएगी। अभी कोई तहरीर नहीं आई है।