नई दिल्ली। अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने अमेरिका की अदालत में रिश्वत संबंधी लगे हालिया आरोपों पर पहली बार बात की है। एक समारोह को ऑनलाइन संबोधित करते हुए अदाणी ने कहा कि उनका समूह विश्वस्तरीय नियमों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
• हम विश्वस्तरीय नियमों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध। – गौतम अडानी
• अमेरिकी अदालत में आरोप को लेकर पहली बार अदाणी समूह के चेयरमैन ने दिया जवाब ।
• गौतम अदाणी ने कहा कि आज की दुनिया में नकारात्मक बातें तेजी से फैलती हैं।
अरबपति गौतम अडानी ने शनिवार को पहली बार अमेरिका द्वारा लगाए गए 265 मिलियन डॉलर के रिश्वतखोरी के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कंपनी को इस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और हर हमले ने अडानी ग्रुप को और मजबूत बनाया है। अडानी ने जयपुर में कहा कि कुछ दिनों पहले हमें अडानी ग्रीन एनर्जी में अनुपालन प्रथाओं के बारे में अमेरिका के आरोपों का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब हमें इस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मैं आपको बता सकता हूं कि हर हमला हमें मजबूत बनाता है।
गौतम अडानी ने कहा कि बहुत सारी निहित रिपोर्टिंग के बावजूद अडानी पक्ष के किसी भी व्यक्ति पर एफसीपीए के उल्लंघन या न्याय में बाधा डालने की किसी भी साजिश का आरोप नहीं लगाया गया है।
अडानी ने विनियामक अनुपालन के लिए समूह की अटूट प्रतिबद्धता को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि नकारात्मकता तथ्यों की तुलना में तेज़ी से फैलती है, लेकिन जैसा कि हम कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से काम करते हैं, मैं विश्व स्तरीय विनियामक अनुपालन के लिए हमारी पूर्ण प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि करना चाहता हूं। अडानी ने कहा कि ये बाधाएं अग्रणी होने की कीमत है।
आरोपों के जवाब में अडानी समूह ने आरोपों को निराधार बताते हुए किसी भी गलत काम से साफ इनकार किया था। अडानी ग्रीन एनर्जी के एक बयान ने इस स्थिति की पुष्टि करते हुए कहा कि न तो गौतम अडानी और न ही समूह के अन्य वरिष्ठ नेताओं पर FCPA उल्लंघन का आरोप लगाया गया है।