IAS रानी नागर ने दिया इस्तीफा, हरियाणा सरकार ने नहीं की थी सुनवाई
चंडीगढ़ | चंडीगढ़ में कर्फ्यू हटते ही हरियाणा कैडर की आईएएस रानी नागर ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्य सचिव को भेजा। अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट लिखकर उन्होंने इसकी जानकारी दी। इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने अपने घर गाजियाबाद लौटने के लिए पास का आवेदन भी कर दिया है।
बताते चलें कि रानी नागर ने सीजेएम् कोर्ट चंडीगढ़ में चल रहे एक मामले को लेकर अपनी जान को ख़तरा बताया था | भाजपा की हरियाणा सरकार ने न तो महिला अफसर के आरोपों पर त्वरित संज्ञान लिया और न ही कोई सुरक्षा उन्हें दी थी | गत 23 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट डाली थी, जिससे अफसरशाही में हलचल मच गई थी। वह दिसंबर 2019 से बहन के साथ चंडीगढ़ के सेक्टर-6 स्थित यूटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 311 में किराए पर रह रही हैं।
रानी ने 17 अप्रैल को अपने फेसबुक वॉल पर एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें उन्होंने व रीमा नागर ने जान को खतरा बताते हुए लोगों से अपील की थी। रानी जून 2018 में पशुपालन विभाग में अतिरिक्त सचिव रहते तत्कालीन एसीएस सुनील गुलाटी पर उत्पीड़न के आरोप लगाकर सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने सीएम व मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा था। रानी 14 नवंबर 2018 से अतिरिक्त निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता व 7 मार्च 2020 से निदेशक अर्काइव का जिम्मा संभाल रही थीं।