IYC ने शुरू किया देशव्यापी ‘एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम’ अभियान, श्रीनिवास बोले- ‘किसानों ने घमंड तो अंग्रेजों का भी तोड़ा था ये काले अंग्रेज क्या करेंगे’
नई दिल्ली । किसानों द्वारा तीन काले कृषि कानूनों को वापस करने के लिए लगातार चलाए जा रहे आंदोलन में 60 से अधिक किसानों की शहादत के सम्मान में एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम अभियान के द्वारा भारतीय युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता प्रांत स्तर, जिला स्तर और ग्रामीण स्तर पर भी देश के हर जिले से एक मुट्ठी माटी इकट्ठा कर भारतीय युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यालय, नई दिल्ली को भेंट करेंगे। शहीद किसानों के गांव और खेतों से भी माटी लाई जाएगी।
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भारतीय युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि विगत दिनों से लगातार चल रहे आंदोलन में लगभग 60 से अधिक किसान शहीद हो गए लेकिन एक बार भी देश के मुखिया प्रधानमंत्री मोदी धरना स्थल पर नहीं गए। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए 3 काले कृषि कानूनों के खिलाफ अहिंसात्मक एवं लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलनरत इस हाड़ कंपाती ठंड में जब प्रकृति भी किसानों पर बारिश की कहर ढा रही है, पुलिस द्वारा निर्दयता पूर्वक किसानों पर लाठी चार्ज करना, आंसू गैस के गोले दाग दागना और वाटर कैनन द्वारा पानी की बौछारें करना सरकार की तानाशाही चेहरे को नंगा कर रहा है। उन्होंने कहा कि खुद को गरीब मजदूर, किसान का बेटा बताने वाला मोदी जी वाशिंगटन के लोकतंत्र की चिंता तो करते हैं लेकिन उन्हें अपने आवास के महज 10 किलोमीटर के सर्किल पर धरने पर बैठे हुए लाखों किसानों की आवाज सुनाई नहीं देती। दरअसल यह सरकार गूंगी, बहरी और तानाशाह हो गई है। इसे घमंड हो गया है। इसे यह नहीं मालूम कि किसानों ने घमंड तो अंग्रेजों का भी तोड़ा था यह काले अंग्रेज क्या करेंगे ? ‘एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम’ अभियान के द्वारा देशभर से इकट्ठा की गई मिट्टी के द्वारा भारत का मानचित्र तैयार किया जाएगा, यह मानचित्र अन्नदाताओं के योगदान और किसानों के सम्मान में युवा कांग्रेस की श्रद्धांजलि का स्मारक होगा।
कांग्रेस के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व भारतीय युवक कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा की अलग-अलग जगहों पर वृद्ध किसानों, माताओं -बहनों एवं बच्चों द्वारा किए जा रहे अहिंसक व लोकतांत्रिक आंदोलन पर पुलिसिया बर्बरता का कुकृत्य सिर्फ किसानों का अपमान मात्र नहीं है बल्कि संविधान में वर्णित भारत की संकल्पना को भी कहीं न कहीं चोट पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा कि एक मुट्ठी मिट्टी शहीदों के नाम अभियान के द्वारा भारतीय युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को गांव गांव भेजा जाएगा, जहां से वह एक मुट्ठी मिट्टी एकत्रित करेंगे और यह संदेश भी देंगे कि संविधान ने अधिकार दिया है कि किसान अपने अधिकारों की रक्षा के लिए अहिंसक आंदोलन के लिए स्वतंत्र हैं। कोई भी सरकार मनमाने ढंग से उन पर, उनकी मर्जी के खिलाफ किसी भी कानून को थोप नहीं सकती। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि जिस लोकतंत्र और गणतंत्र को पाने के लिए हमने 200 वर्षों से ज्यादा संघर्ष किया, 70 वर्षों से ज्यादा वक्त तक उसे पल्लवित पुष्पित किया। मोदी सरकार उसे चंद महीनों में वैश्विक स्तर पर नेस्तनाबूद और अपमानित कर रही है। 26 जनवरी के अवसर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का भारत आने का दौरा रद्द करना इसका स्पष्ट उदाहरण है। खुद को 135 करोड़ लोगों की आवाज और उनका रहनुमा बताने वाले देश के प्रधानमंत्री सिर्फ दो पूंजी पतियों अंबानी और अडानी के गुलाम बन कर रह गए। भारतीय युवक कांग्रेस यह मांग करती है कि यथाशीघ्र तीनों तीनों काले कानूनों को वापस लिया जाए।
इस अवसर पर भारतीय युवा कांग्रेस के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी , अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के सचिव विनीत पूनिया, भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव भईया पवार और भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी राहुल राव ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया।