मॉडलिंग में आत्मसम्मान बचाना स्वंय की चुनौती : सोनिका सिंह
इन दिनों देशभर में बॉलीवुड और मॉडलिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने की चाह तेजी से बड़ी है | विशेषकर नारीशक्ति में यह तमन्ना अधिक है | कालेज से लेकर मुंबई की गलियों तक में हजारों लडकियां अपना करियर ढूंढती नजर आती हैं | कोई बड़े ब्रेक के प्लेटफॉर्म को तलाश रही है तो कोई सीरियल में छोटेमोटे काम से ही शुरुआत करने को लालायित है | छोटे शहर हों, महानगर हो या बड़े मेट्रो सिटी तमाम इंस्टिट्यूट और संस्थान बॉलीवुड में एंट्री कराने के नाम पर चल रहे हैं | इन सबके बावजूद कुछ ऐसी भी युवतियां हैं जिन्होंने बहुत काम उम्र में सुर्खियां बटोरी हैं, वो भी बिना किसी संस्थान और बड़े नाम के सहारे |
हम आपको मिलवा रहे हैं व्यवस्था दर्पण के शख्सियत कॉलम में यूपी के शहर अलीगढ से मॉडलिंग के क्षेत्र में बहुत कम उम्र में सुर्खियां बटोरने वाली मॉडल सोनिका सिंह से | सोनिका सिंह ने रायबरेली स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन टेक्नोलॉजी से स्नातक की पढाई की है | वैसे तो ज्वेलरी डिजाइनिंग में उन्हें महारथ हासिल है लेकिन मॉडलिंग भी उनका पसंदीदा क्षेत्र है | पिता बिशम्बर सिंह विद्युत् विभाग में एग्जीक्यूटिव इंजिनियर से सेवानिवृत्त हैं और माता ग्रहणी हैं | बॉलीवुड में जाने की वह चाह रखती हैं और मॉडलिंग की दुनिया में भारत में छाने की ख्वाइश | व्यवस्था दर्पण ने उनसे विभिन्न बिंदुओं पर वार्ता की | पेश हैं बातचीत के प्रमुख अंश-
व्यस्वस्था दर्पण- मॉडलिंग का शौक कहाँ से लगा ? कैसे इस क्षेत्र में आये ?
सोनिका सिंह : मेरे पिता इंजिनियर थे तो विभिन्न शहरों में मेरी शिक्षा हुई | इंटरमीडिएट में मेरे पास पीसीएम था लेकिन मेरी रूचि फैशन डिजाइनिंग में थी | एनआईएफटी रायबरेली में प्रवेश हो गया तो बस यहीं से मैं इस दुनिया में आ गयी | वैसे बचपन से ही मुझे इस क्षेत्र में रूचि थी |
व्यवस्था दर्पण : मॉडलिंग को लेकर आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या है ?
सोनिका सिंह : मॉडलिंग की दुनिया में सफल होने के लिए धैर्य, त्याग और समर्पण जरुरी है | इस दुनिया में कैरियर संघर्ष से बनता है लेकिन जिनका शौक है, जूनून है, जिनमे बुद्धिमता है उसके लिए आसान है | यूँ तो लोग मॉडलिंग का नाम आते ही दूसरी नजर से देखने लगते हैं, लोगों को भी अपना नजरिया बदलना चाहिए |
व्यवस्था दर्पण : मॉडलिंग के क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण पर क्या कहेंगी ?
सोनिका सिंह : महिलाएं प्रत्येक क्षेत्र में तेजी से आगे बड़ रही हैं | मॉडलिंग की दुनिया में महिलाओं के सामने कई चुनौतियाँ हैं | स्वंय पर निर्भर करता है कि हमे अपना आत्मसम्मान, स्वाभिमान कैसे बचाना है ? स्वंय पर निर्भर करता है कि हमे खुद को ऐसे प्रयोग करना है | परिवार का सम्मान बचाना भी बड़ी चुनौती होती है | ज़माने के साथ अब लोगों की मानसिकता बदलती जा रही है, साथ ही कानून ने भी महिलाओं की स्थिति मजबूत की है |
व्यवस्था दर्पण : मॉडलिंग की दुनिया में आने के लिए परिवार को कैसे मनाया ?
सोनिका सिंह : पिताजी चाहते थे कि मैं सिविल सर्विस में जाऊं, लेकिन माइन उन्हें बताया कि टेलीविजन इंडस्ट्री में जाना चाहती हूँ | पिताजी ने कभी रोका नहीं, पूरी आज़ादी दी | मैंने भी उनके सम्मान से कभी समझौता नहीं किया |
व्यवस्था दर्पण : जिंदगी का मकसद क्या है
सोनिका सिंह : मैं मॉडलिंग की दुनिया के साथ साथ असेसरी डिज़ाइन में उसमे भी विशेषकर ज्वेलरी डिजाइनिंग अपना खुद का बड़ा बिज़नेस स्थापित करना चाहती हूँ, अभी मेरी कंपनी अच्छा चल रही है | टेलीविज़न की दुनिया में नाम कमाना चाहती हूँ | शोषित और गरीब तबके के लोगों के लिए भी कार्य करना चाहती हूँ |
व्यवस्था दर्पण : फैशन की दुनिया के छात्रों/युवाओं को कोई सन्देश ?
सोनिका सिंह : मैं तो यही कहूंगी कि एकाग्रता और धैर्य के साथ आगे बढ़ें, छोटे छोटे प्लेटफॉर्म से आगे बढे और लोगों की फिजूल की बातों पर ध्यान न दें | आत्मसम्मान से कभी समझता न करें |
पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम कर चुके हैं पुरुस्कृत-
प्रतिभा की धनि सोनिका को 2003 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम भी पुरुस्कृत कर चुके हैं | खुर्जा में पड़ रही सोनिका का नेशनल साइंस ओलम्पियाड में चयन हुआ था |
सोनिका की उपलब्धियां-
मिस अलीगढ 2017 फर्स्ट रनर अप,
मिस इंडिया प्रिंसेज 2018 (फीम)
मिस स्टाइल दीवा 2018
मिस स्पार्कलिंग 2018
मिस स्टाइल आइकॉन 2018
मिस डांडिया प्रिंसेज 2018
मिस बेस्ट आउटफिट 2018
अलीगढ रत्न सम्मान 2018
कर्मयोगी पुरुस्कार 2018
मिस सुपर गर्ल 2019