बेबाक, निष्पक्ष, निर्भीक
November 23, 2024
ब्रेकिंग न्यूज़

ट्रांसफर-पोस्टिंग के खेल पर योगी सरकार मौन, पूर्व ADG ने 5 IPS के खिलाफ नोएडा में दी तहरीर, CM को लिखा पत्र, UP के अफसरों में खलबली

  • January 9, 2020
  • 1 min read
ट्रांसफर-पोस्टिंग के खेल पर योगी सरकार मौन, पूर्व ADG ने 5 IPS के खिलाफ नोएडा में दी तहरीर, CM को लिखा पत्र, UP के अफसरों में खलबली

नोएडा । यूपी में ट्रांसफर-पोस्टिंग में रुपए का खेल का हंगामा कम होने का नाम नही ले रहा है । याब सस्पेंड चल रहे आईपीइस अफसर में सीएम योगी को पत्र और थाने में तहरीर देकर सनसनी फैला दी है । आईपीएस अफसर जसवीर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर पुलिस महकमे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के भ्रष्टाचार की जांच स्वतंत्र एजेंसी से कराने की मांग की है। योगी सरकार भ्रष्टाचार के संगीन आरोप लगने के बाद भी उदासीन बनी हुई हैं। एसएसपी नोएडा द्वारा लिखे गए पत्र की न तो अभी तक प्रभावी जांच हुई है और न ही इंगित किये गए अफ़सरो पर कार्यवाही हुई है ।

https://youtu.be/AUQk-Cn_dKg

जसवीर सिंह ने गौतमबुद्घनगर के एसएसपी वैभव कृष्ण द्वारा 1 जनवरी को की गई प्रेस कांफ्रेंस को शिकायत का आधार बनाया है। जसवीर ने इस मामले में नोएडा के सेक्टर 20 थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी है। जसवीर ने एसएसपी गौतमबुद्घनगर की प्रेस कांफ्रेंस के बाद समाचार पत्रों में छपी खबरों का हवाला देते हुए लिखा है कि यूपी कॉडर के पांच वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के द्वारा किए गए कथित भ्रष्टाचार की जांच स्वतंत्र एजेंसी के द्वारा कराई जाए। उन्होंने लिखा है कि जिलों में तैनाती के लिए पैसे व अन्य प्रकार का प्रलोभन प्रथमदृष्टया भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम 1988 की धाराओं के तहत एक दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है।

https://youtu.be/AKFgPdEZat0

वैभव कृष्ण के कथित नोट में इन अफसरों द्वारा थानाध्यक्षों की पोस्टिंग, ट्रांसफर में लाखों रुपये लेकर जिलों में महत्वपूर्ण पदों पर तैनाती दिए जाने की शिकायतें हैं। प्रथम दृष्टया यह एक आपराधिक कृत्य है। जसवीर ने लिखा है कि वह यह पत्र एक नागरिक के तौर पर और एक करदाता की हैसियत से लिख रहे हैं। जसवीर ने अनुरोध किया है कि जिन आईपीएस अधिकारियों के भ्रष्टाचार का जिक्र वैभव कृष्ण ने किया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर विवेचना न्यायिक पर्यवेक्षण के तहत स्वतंत्र एजेंसी के सत्यनिष्ठ अधिकारियों की एसआईटी गठित कर कराई जाए।

https://youtu.be/KmFd-XSfRuI

उन्होंने पत्र में कहा है कि जिन पुलिस अधिकारियों के भ्रष्टचार करने के तथ्य सार्वजनिक हुए हैं उनके द्वारा साक्ष्यों को नष्ट किए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐेसे में इन अफसरों को निलंबित करते हुए वर्तमान पदों से हटाया जाए। जसवीर सिंह 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह फिलहाल निलंबित चल रहे हैं।