नरेंद्र मोदी कैबिनेट के विस्तार की खबरों के बीच केंद्रीय वित्त और रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि वो अब लंबे समय तक रक्षा मंत्री नहीं रहेंगे। नई दिल्ली में प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जेटली से जब पत्रकारों ने पूछा कि रक्षा मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल कितना लंबा होगा? इसके जवाब में उन्होंने कहा, “उम्मीद करता हूं कि मैं अब इस पद पर लंबे समय तक नहीं रहूंगा।” जेटली ने कहा कि मोदी सरकार का अगला कदम चुनाव में इस्तेमाल होने वाले काले धन को समाप्त करना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रस्ताव अंतिम चरण में है और उस पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।
जेटली ने फिर दावा किया कि नोटबंदी की वजह से जम्मू-कश्मीर और छत्तीसगढ़ में आतंकवादी और उग्रवादी तत्वों पर लगाम लगाया जा सका है। उन्होंने कहा कि पैसे की कमी की वजह से घाटी में अलगाववादियों द्वारा पत्थरबाजी की घटनाएं थमी हैं। जेटली ने कहा, “पहली बार ऐसा हुआ है कि रिजर्व बैंक ने प्रत्येक नोट की छानबीन की है। इसने असली और नकली नोटों की पहचान करने और उनमें अंतर करने में मदद की है।” उन्होंने कहा कि नोटबंदी का निचोड़ यह है कि अब आतंकवादी तत्वों को अपने लिए समर्थन जुटाना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त नकदी के बिना पहले की अपेक्षा अब पत्थरबाजों को इकट्ठा करना मुश्किल है।