BJP में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया, दादी विजयाराजे सिंधिया की पूरी हुई मुराद
नई दिल्ली | मध्य प्रदेश में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में पार्टी में शामिल हुए। इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि नड्डा जी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देना चाहूंगा कि आपने मुझे अपने परिवार में आमंत्रित किया और एक स्थान दिया है।
सिंधिया ने कहा कि मेरे लिए 2 जीवन बदलने वाली घटनाएं हुई हैं – एक, जिस दिन मैंने अपने पिता को खोया और दूसरा, कल जब मैंने अपने जीवन के लिए एक नया रास्ता चुनने का फैसला किया … कांग्रेस पार्टी अब वह पार्टी नहीं रही है कि वह पहले था। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि जन सेवा का उद्देश्य उस पार्टी (कांग्रेस) द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा, पार्टी की वर्तमान स्थिति यह इंगित करती है कि यह वैसा नहीं है जैसा वह हुआ करता था।
बताते चले कि कि सिंधिया ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उनके साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दे दिया जिससे प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली 15 महीने पुरानी कांग्रेस सरकार गिरने के कगार पर पहुंच गई है। सिंधिया का कांग्रेस में 18 साल का संबंध रहा है। ग्वालियर के सिंधिया राजघराने से ताल्लुक रखने वाले ज्योतिरादित्य विजयाराजे सिंधिया के पोते है।
विजयाराजे सिंधिया जनसंघ और भाजपा की संस्थापक सदस्यों में रही हैं। उन्होंने जनसंघ और भाजपा के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी जीता था। वहीं, ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस पर भरोसा जताया और पार्टी के साथ रहे। हालंकि, ज्योतिरादित्य की दो बुआ भाजपा में शुरू से ही रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया और यशोधरा राजे सिंधिया ने भाजपा की वरिष्ठ नेताओं में हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया कई बार राजस्थान की मुख्यमंत्री रहीं जबकि यशोधरा राजे मध्य प्रदेश की राजनीति में बड़े पदों पर रही हैं। वसुंधरा राजे सिंधिया के बेटे दुष्यंत भी भाजपा के सांसद हैं।