#UP की सियासत में बड़ा संकेत, साथ आये #अखिलेश, #मायावती और #अजित सिंह, #कैराना पर जीत तय
कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की सरकार बनने के बाद देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत मिले हैं | कर्नाटक में आयोजित हुए कुमारस्वामी के मुख्यमंत्री पद की शपथ समारोह के कार्यक्रम में देश की राजनीति के बड़े दिग्गज एक साथ एकजुट दिखे और 2019 के लिए समूचे विपक्ष की एकजुटता का भी सन्देश दे गये | सबसे बड़ी तस्वीर कर्नाटक में यूपी की राजनीति के भविष्य के लिए रही | सपा, बसपा और रालोद के सुप्रीमो एक साथ दिखाई दिए | सपा के अखिलेश यादव, बसपा की मायावती के साथ राष्ट्रीय लोकदल के चौ अजित सिंह एक मंच पर गर्मजोशी से मिले और भाजपा के खिलाफ शंखनाद करने का संकेत दे गए | तीनो नेताओं की यह एकजुटता कैराना लोकसभा के उपचुनाव में खुलकर दिखाई दे रही है | कैराना में सपा, बसपा के नेता रालोद की उम्मीदवार तबस्सुम हसन को जिताने के लिए दिन-रात एक किये हुए हैं | बुधवार को कर्नाटक से आई इस तस्वीर ने कैराना में रालोद की जीत तय कर दी है | साथ ही भविष्य में यूपी की राजनीति में बड़े बदलाव के संकेत भी दे दिए हैं |
सर्वविदित है कि सपा, बसपा और रालोद के यूपी में एक साथ आने से भाजपा का सफाया हो जायेगा | तीनो ही दल अपने अपने क्षेत में मजबूत पकड़ रखते हैं | कर्नाटक में बुधवार को विपक्षी दलों के नेता कांग्रेस सुप्रीमो राहुल गाँधी के साथ, पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, बसपा प्रमुख मायावती, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, रालोद अध्यक्ष अजित सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राजद नेता तेजस्वी यादव, राकांपा प्रमुख शरद पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के एकसाथ एक मंच पर आने से यह साफ़ हो चूका है कि 2019 में भाजपा की राह आसान नहीं है |
-लेखक जियाउर्रहमान, व्यवस्था दर्पण के संपादक हैं |