बेबाक, निष्पक्ष, निर्भीक
November 22, 2024
ब्रेकिंग न्यूज़ विशेष

पूरे जिले में खौफ का माहौल, ऐसे हिंसा की आग में झुलसा कासगंज …

  • January 28, 2018
  • 1 min read
पूरे जिले में खौफ का माहौल, ऐसे हिंसा की आग में झुलसा कासगंज …

लखनऊ | शुक्रवार यानी 26 जनवरी को जब पूरा देश और दुनिया के 10 देशों के नेता दिल्ली में राजपथ पर भारत की आन बान और शान के नमूने देख रहे थे उसी दौरान यूपी के कासगंज में हिंसा की चिंगारी फैल गई जिसने एक नौजवान की जान ले ली और पूरे शहर में खौफ का माहौल पैदा हो गया। उत्तर प्रदेश का कासगंज हिंसा की आग में झुलस रहा है। गणतंत्र दिवस के मौके पर एक युवक की मौत के विरोध में गुस्से का जो ज्वार फूटा उसने दुकान मकान झोपड़ी और वाहन सबकुछ जलाकर राख कर दिया तनावपूर्ण हालात के बीच कर्फ्यू भी लगा दिया गया बावजूद इसके उपद्रवियों का तांडव जारी है।

क्यों और कैसे शुरू हुआ फसाद ?

26 जनवरी

सुबह करीब 10 बजे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े करीब 100 युवा बाइकों पर तिरंगा यात्रा निकालते हैं इसी दौरान उनका काफिला बलराम गेट इलाके की तरफ पहुंचता है जो मुस्लिम बाहुल्य है यहां मौजूद नौजवानों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी हो जाती है। इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी इतनी बढ़ गई कि इलाके के लोग जमा होने लगे कुछ ही मिनटों में बड़ी संख्या में बलराम गेट इलाके के लोग जमा हो गए। इसी खींचतान के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई और फायरिंग भी हुई जिसमें वहां मौजूद चंदन गुप्ता नाम के युवक को गोली लग गई बी-कॉम थर्ड ईयर के छात्र चंदन को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पत्थरबाजी में नौशाद नाम का युवक भी घायल हो गया जबकि कई और युवकों भी चोटें आईं।

मौत के बाद हंगामा-
चंदन की मौत के बाद दोपहर में ही पूरे शहर की फिजा बदल गई मौत के विरोध में बड़ी संख्या में भीड़ सड़कों पर उतर आई और तोड़फोड़ के साथ आगजनी भी शुरू कर दी। दुकानों और वाहनों को आग लगा दी गई। चंदन के परिवार ने शहीद का दर्जा देने की मांग की और ऐसा न होने तक अंतिम संस्कार नहीं करने की चेतावनी दी शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया।पुलिस के आला अफसर भी शाम होते कासगंज पहुंच गए |
https://www.youtube.com/watch?v=WVz8rd8k1QA
शनिवार, 27 जनवरी-
सुबह 9 बजे- परिवार और दूसरे लोग चंदन का अंतिम संस्कार न करने पर अड़े थे जिसके बाद शनिवार सुबह 9 बजे दाह संस्कार किया गया।
सुबह 10 बजे- दाह संस्कार होते ही फिर हिंसा भड़क गई एक बस को लगा दी गई।
सुबह 11 बजे- इसके बाद उपद्रवियों ने एक दुकान को आग के हवाले कर दिया।
सुबह 11.30 बजे- विरोध प्रदर्शन कर रही भीड़ को पुलिस ने खदेड़ा।
दोपहर 2 बजे- चंदन का दाह संस्कार होने के बाद दोपहर होते-होते कासगंज के अलग-अलग इलाकों में 5 दुकानों और 4 बसों को आग के हवाले कर दिया गया।
शाम 4 बजे- शाम को फिर हिंसा भड़की और 1 बस के साथ 1 दुकान में आग लगा दी गई।
रात 9 बजे- एक मेडिकल स्टोर पर पेट्रोल बम फेंका गया और एक कार को आग में आग लगा दी गई।
https://www.youtube.com/watch?v=6XOAXq3WSlo
रविवार, 28 जनवरी-
सुबह 8 बजे- धारा 144 और भारी सुरक्षाबल की तैनाती के बावजूद एक दुकान में आग लगा दी गई।
धारा 144 लागू, इंटरनेट बंद
शुक्रवार से ही कासगंज में धारा 144 लागू है साथ ही तीसरे दिन भी हालात तनावपूर्ण होने के चलते रविवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है।

डीएम का बयान-
एटा के डीएम आरपी सिंह ने बताया कि इस हिंसा के पीछे कुछ लोग हैं और उनमें से कुछ लोगों को चिन्हित कर लिया गया है उन्होंने बताया कि आगजनी या तोड़फोड़ की किसी घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।
हिंसा के पीछे साजिश के सवाल पर उन्होंने आशंका जताई कि ऐसा हो सकता है लेकिन मुझे इसकी जानकारी नहीं है डीएम ने बताया कि अब तक 50 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है इनमें 9 के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।