लालू प्रसाद यादव को जेल या बेल, फैसला कुछ घंटो बाद, कोर्ट के बाहर समर्थको का जमावड़ा
रांची। राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद समेत 16 लोगों को सीबीआई की विशेष अदालत आज सजा सुनाएगी। सभी को चारा घोटाले के देवघर कोषागार से अवैध निकासी के मामले में सीबीआई कोर्ट ने 23 जनवरी को दोषी करार दिया था। अदालत ने लालू को धोखाधड़ी करने, साजिश रचने और भ्रष्टाचार के आरोप में भादवि की धारा 420, 120 बी और पीसी एक्ट की धारा 13( 2) के तहत दोषी पाया था। आज लालू समेत सभी दोषी सुबह 10.30 बजे अदालत में हाजिर होंगे। इसके बाद सजा की बिंदु पर सुनवाई होगी। लालू के वकीलों के अनुसार वह अदालत से लालू को कम से कम सजा देने का आग्रह करेंगे, जबकि सीबीआई के वकील ने कहा कि यह भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला है। ऐसे में अदालत से अधिकतम सजा देने की गुजारिश की जाएगी।
फर्जी बिल बना कर राशि की निकासी का मामला-
सीबीआई ने इस मामले में देवघर कोषागार से फर्जी बिल बना कर राशि की निकासी करने का आरोप सभी पर लगाया था। आपूर्तिकर्ताओं पर सामान की बिना आपूर्ति किए बिल देने और विभाग के अधिकारियों पर बिना जांच किए उसे पास करने का आरोप है। लालू प्रसाद पर गड़बड़ी की जानकारी होने के बाद भी इस पर रोक नहीं लगाने का आरोप है। डॉ जगन्नाथ मिश्र पर पशुपालन विभाग के उन अधिकारियों को सेवा विस्तार की सिफारिश करने का आरोप था, जो इस घोटाले में शामिल थे।
सीबीआई जज ने इसी मामले में देवघर के तत्कालीन डीसी को शो कॉज भी किया है। इसके साथ ही इस मामले में सरकारी गवाह बनाए गए शिव कुमार पटवारी और शैलेश प्रसाद शर्मा से भी स्पष्टीकरण मांगा है। अदालत ने इनसे पूछा है कि इस मामले में क्यों नहीं आपके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सुनवाई शुरू की जाए। सभी को तीन जनवरी तक जवाब दाखिल करने को कहा है।
समर्थकों का जमावड़ा-
जब से लालू यादव रांची की बिरसा जेल में बंद हैं तब से उनके समर्थक बेचैन हैं। वे रोजाना लालू यादव के लिए दुआ करते हैं और जेल के बाहर उनसे मिलने की फरियाद लेकर जाते हैं। हालांकि 2-3 से ज्यादा लोगों को लालू से मिलने नहीं दिया जाता है। आज सजा के ऐलान से पहले राजद नेता उन्हें समर्थन देने के लिए रांची पहुंच चुके हैं।