दिल्ली में आज वकीलों की हड़ताल, तीस हजारी बवाल को लेकर पुलिस के खिलाफ आक्रोश, कई राज्यों का समर्थन
नई दिल्ली | तीस हजारी कोर्ट परिसर में शनिवार को पुलिस की तरफ से वकीलों की पिटाई के खिलाफ सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट और सभी निचले कोर्ट के वकील हड़ताल पर रहेंगे। कई बार एसोसिएशन के अधिकारियों ने ये बात कही।
शनिवार को पार्किंग विवाद के बाद पुलिस और वकीलों में जो हिंसक झड़प हुई उसमें कम से कम 50 लोग घायल हो गए जबकि दो वकीलों को गोली लगी है। इस हिंसा में कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हाईकोर्ट ने तीस हजारी कोर्ट में पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसक झड़प मामले में रविवार को स्वत: संज्ञान लेते हुए न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। हाईकोर्ट के पूर्व जज न्यायमूर्ति एसपी गर्ग मामले की जांच करेंगे। छह सप्ताह के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपनी होगी।
मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति सी. हरि. शंकर की पीठ ने अवकाश के दिन ही घटना पर विशेष सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है। पीठ ने सीबीआई और आईबी के निदेशक, सर्तकता विभाग के निदेशक या वरिष्ठ अधिकारी को न्यायिक जांच में सहयोग करने का आदेश दिया है।
वकीलों के खिलाफ बल प्रयोग नही-
हाईकोर्ट ने साफ कर दिया कि वकीलों के खिलाफ बल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। साथ ही दिल्ली पुलिस आयुक्त को घायल वकीलों के बयान दर्ज करने, आरोपी पुलिस अधिकारियों को निलंबित करने और मामले की आंतरिक जांच के लिए निष्पक्ष आयोग गठित करने का निर्देश दिया है। विशेष आयुक्त संजय सिंह और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त हरिंदर सिंह को जांच पूरी होने तक स्थानांतरित और दो अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का भी निर्देश दिया।
न्यायाधीशों की बैठक-
घटना की गंभीरता को देखते हुए रविवार सुबह मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल ने उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीशों के साथ बंद कमरे में बैठक की। इसमें वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अलावा दिल्ली सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी शामिल थे। बैठक खत्म होने के बाद ही घटना पर संज्ञान लेते हुए एक बजे सुनवाई करने का निर्णय लिया गया।