माया-अखिलेश की प्रेस कांफ्रेंस कल, BJP की बेचैनी बड़ी, RLD के जयन्त भी लखनऊ में रहेंगे
लखनऊ। ढाई दशक के बाद यूपी की सियासत में बडा उलटफेर होने ज रहा है । धुर विरोधी रहे सपा और बसपा एक होने जा रहे हैं । खबर के अनुसार लोकसभा चुनाव-2019 को लेकर यूपी में सपा और बसपा की सीटों और गठबंधन का औपचारिक ऐलान कल यानी शनिवार को हो सकता है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती लखनऊ में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका एलान कर सकते हैं। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयन्त चौधरी भी शनिवार को लखनऊ में रहेंगे । वो सपा-बसपा की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित रहेंगे या नही यह अभी तय नही हो सका है । जयन्त चौधरी पार्टी के एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे ।
बता दें कि एसपी-बीएसपी के गठबंधन को लेकर लंबे वक्त से बातचीत चल रही थी। सपा की ओर से जारी मीडिया निमंत्रण के मुताबिक ये प्रेस कॉन्फ्रेंस लखनऊ के गोमती नगर स्थित होटल ताज में होगी। एक सप्ताह पहले ही दिल्ली में अखिलेश यादव ने मायावती से मुलाकात की थी। दोनों की यह मुलाकात डेढ़ घंटे तक चली थी।मुलाकात के बाद सूत्रों के मुताबिक ऐसी खबरें थीं कि दोनों के बीच सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो चुका है। अब केवल इसका औपचारिक एलान किया जाना बाकी है।
सीबीआइ जांच की आंच से बसपा सतर्क –
लखनऊ प्रवास में मायावती पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर सपा के साथ ही रालोद व अन्य दलों को गठबंधन में शामिल करने से लाभ हानि पर विचार-विमर्श करेंगी। करीब ढाई दशक बाद समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने जा रही बसपा जल्दबाजी में ऐसा कोई फैसला नहीं करना चाहती हैं, जिससे वर्ष 2022 का विधानसभा चुनाव प्रभावित हो।
सूत्रों का मानना है कि खनन घोटाले की सीबीआइ जांच की आंच सपा प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंचने की आशंका को भी लेकर बसपा सतर्क है। वैसे तो प्रत्येक माह की 10 तारीख को बसपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश स्तरीय नेताओं की बैठक होती है लेकिन अबकी नहीं होगी। हालांकि, मायावती वहां पर प्रमुख नेताओं से मुलाकात करेंगी। जन्मदिन की तैयारियों की भी समीक्षा करेंगी।
सीट शेयरिंग का है ये फार्मूला-
जो फॉर्मूला तैयार हुआ है, उसके मुताबिक समाजवादी पार्टी 35 सीट, बसपा 36 सीट और राष्ट्रीय लोकदल 3 सीट पर चुनाव लड़ेगी। वहीं 4 सीट रिजर्व रखी जाएंगी। इसके अलावा गठबंधन अमेठी और रायबरेली में अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगा।