बजट 2022: मध्यम वर्ग, गरीबों और किसानों को कुछ भी नहीं मिला, राहुल गांधी ने बजट को बताया ‘जीरो बजट’
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज चौथी बार देश का आम बजट (वित्त वर्ष 2022-23) पेश किया। बजट में हुई घोषणाओं के बाद जहां शेयर बाजार रफ्तार के साथ दौड़ता हुआ नजर आया वहीं विपक्षी दलों को इस बजट में कुछ खास नजर नहीं आया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और ममता बनर्जी ने इस बजट को सिरे से खारिज कर दिया। राहुल गांधी ने इस बजट को जीरो बजट बताते हुए कहा कि इस बजट में मिडिल क्लास, गरीबों और किसानों को कुछ भी नहीं मिला। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा- मोदी सरकार के इस बजट में सैलरी वर्ग, मध्यम वर्ग गरीबों, युवाओं, किसानों और एमएसएमई के लिए कुछ नहीं मिला।
M0di G0vernment’s Zer0 Sum Budget!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2022
Nothing for
– Salaried class
– Middle class
– The poor & deprived
– Youth
– Farmers
– MSMEs
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 39.45 ट्रिलियन रुपये (529.7 बिलियन डॉलर) का केंद्रीय बजट पेश किया, जिससे अर्थव्यवस्था में महामारी से उबरने के लिए राजमार्गों और किफायती आवास पर निवेश को मजबूत किया जा सके। संसद में बजट पेश होते समय जहां भाजपा ने निर्मला सीतारमण की घोषणाओं पर तालियां बजाईं, वहीं विपक्षी दलों ने इस बजट को मध्यम वर्ग से विश्वासघात बताया।
वित्तीय वर्ष 2025-26 तक राजस्व घाटा जीडीपी के 4.5% तक पहुचने की बात कही गई है। 2022-23 में राजस्व घाटा जीडीपी का 6.4% रहने का अनुमान है। 2021-22 में संशोधित राजस्व घाटा जीडीपी का 6.9% बताया गया है। 2022-23 में कुल खर्च 39.45 ट्रिलियन रुपए होगा। कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने बजट को लेकर ट्विटर कर कहा, ‘भारत का वेतनभोगी वर्ग और मध्यम वर्ग महामारी, चौतरफा वेतन कटौती और रिकॉर्ड तोड़ महंगाई के समय में राहत की उम्मीद कर रहा था। वित्त मंत्री और पीएम ने उन्हें प्रत्यक्ष कर उपायों में फिर से निराश किया है।’ वहीं, टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने भी ट्वीट कर इस बटज की आलोचना की है। ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा- ‘आम आदमी के लिए बजट शून्य है। जो महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहे हैं, उनके लिए बजट में कुछ नहीं है।’