मौलाना महमूद मदनी बोले, “मदरसों के मसलो में दखल न दे सरकार
कानपुर। जमीयत उलेमा के महासचिव सैयद असद महमूद मदनी शहर पहुंचकर मदरसों के लोगों के साथ सिविल लाइंस स्थित रागेंद्र स्वरुप आँडीटोरियम में कांफ्रेंस की। कांफ्रेंस में उन्होंने मदरसों में हो रही परेशानियों का हल निकालने के लिए कुछ बातें कहीं। वहीं इस दौरान देश और प्रदेश की प्रगति को लेकर उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा।
सभागार में मौलाना मदनी ने कहा कि मदरसों में छेड़खानी शुरू हो गयी जिसको लेकर हम लोग यहां पर इकट्ठा हुए है। कई हज़रात ने इस ओर कई बार गुहार लगाई कि कमज़ोरियों को दूर कर लेना चाहिए। मदरसों के लिए बिल्डिंग से ज्यादा अहमियत बच्चों की तालीम और तरबियत पर देना चाहिए। बच्चों को मारना पीटना नही चाहिए और जो मौलवी दो बार से ज्यादा मारपीट करता हो उसे छूट भी नही मिलनी चाहिये। उसे सलाम कर लेना चाहिए मतलब छोड़ देना चाहिए।
जमीयत उलेमा के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने रविवार को मदरसा कॉन्फ्रेंस में कहा की सरकार मदरसों के मामले में दखल न दे। उन्होंने कहा कि सरकार को अगर लगता है कि मदरसों में कोई कमी है तो वह हमें बताएं। कमी होगी तो उसे दूर किया जाएगा या फिर सरकार को समझाया जाएगा कि कोई कमी नहीं है। उन्होंने कहा मदरसों को झंडारोहण और राष्ट्रगान से कोई परहेज नहीं है। मौलाना मदनी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि यह सब काम सरकार के इशारे पर नहीं हो रहा है। उन्होने कहा कि यह सब अफसरों के समझने पर किया जा रहा है, सरकार को समझना चाहिए इस भ्रम को दूर किया जाएगा। मदरसों की आंतरिक व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। मुसलमानों को या मदरसों को झंडारोहण करने और राष्ट्रगान गाने में कोई परहेज नहीं है इससे हमारी और हमारे मुल्क की इज्जत बढ़ाता है। इसे लेकर गलत प्रचार किया जा रहा है।
इसके लिए सरकार को हमें बताने की जरूरत नहीं है।उन्होंने केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि खुदा के लिए बोलो, मत बोलोगे तो भाइयो को मौका मिल जाएगा। लोगों के वोट से केंद्र में और प्रदेश में सरकार बन गयी है। वो कहते है ये सबकी सरकार है और कहते हैं सबका साथ देंगे और सबका विकास करेंगे। अरे विकास तो गायब हो गया और लोग विकास को ढूंढ रहे है और विकास है कि मिल नही रहा। हम अल्लाह से दुआ करते है कि विकास मिल जाये। सूबे के मुखिया योगी पर बोलते हुए कहा कि योगी साहब मज़हबी व्यक्ति हैं हमारा बुनियादी तौर पर उनसे कोई झगड़ा नही है। उनकी कामयाबी इसमें है की विकास मिल जाये और सबका साथ भी मिल जाये। तो हमारा उनसे बुनियादी झगड़ा नहीं है। झगड़ा उनका है हमारा नहीं है। उनको मौका नहीं मिला था हमे मौका मिला था। इस्लामी स्टेट के नाम पर हमे मौका मिला था। हमने उस मौके को ठुकरा दिया। वो बाई चांस इंडियन है हम बाई च्वाइस इंडियन है हमने इण्डिया को चूस किया है। ये हमारा मुल्क है हर चीज मंजूर है इस मुल्क में आँख उठे अंदर से या बाहर से मंजूर नहीं है।