मुस्लिम लॉ बोर्ड का कड़ा रुख मस्जिद नही हटेगी !
हैदराबाद। अयोध्या मसले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। कोर्ट ने अब वाल्मीकि रामायण रामचरितमानस और गीता सहित 20 धार्मिक पुस्तकों से इस्तेमाल किए तथ्यों का अंग्रेजी में ट्रांसलेशन करवाने का आदेश दिया है। यूपी सरकार को 2 हफ्ते में ट्रांसलेशन सभी पक्षकारों को देना होगा। अगली सुनवाई 14 मार्च को होगी। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने कहा है कि अयोध्या मसले पर उसका रुख नहीं बदलेगा। एक बार मस्जिद बन गई तो फिर वहां हमेशा मस्जिद ही रहेगी। AIMPLB ने ये बात हैदराबाद में चल रही 26वीं प्लेनरी में कही।
खुदा को जवाब देना होगा-
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के अध्यक्ष और बोर्ड के मेंबर असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा जहां तक बाबरी मस्जिद की बात है ये साफतौर पर कहा जा सकता है कि एक बार मस्जिद बन गई तो फिर वहां हमेशा मस्जिद ही रहेगी। इससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। अगर कोई शख्स मस्जिद मसले से पीछे हटता है तो उसे खुदा को जवाब देना होगा। ट्रिपल तलाक बिल राज्यसभा में पेंडिंग है। ये बिल मुस्लिम समाज को मान्य नहीं है क्योंकि ये संविधान के खिलाफ है। ट्रिपल तलाक बिल संविधान के उन प्रावधानों के खिलाफ है जो अल्पसंख्यकों को दिए गए हैं। बता दें कि शुक्रवार को बोर्ड ने कहा था कि मस्जिद मुद्दे पर हम उचित न्याय और बराबर सम्मान के आधार पर बातचीत के लिए तैयार हैं। बोर्ड के वाइस प्रेसिडेंट मौलाना कल्बे सादिक ने कहा कि अयोध्या में मंदिर जरूर बनाना चाहिए लेकिन विद्या का मंदिर बने। उन्होंने कहा कि यह विवाद जब लोग सुलझाना चाहेंगे तो खुद-ब-खुद सुलझ जाएगा।