मुस्लिमों को सियासी ताकत हासिल करनी पड़ेगी, यह जिंदगी और मौत का चुनाव है : असदुद्दीन ओवैसी
मुज़फ्फरनगर |ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सपा, बसपा, रालोद और कांग्रेस ने मुस्लिमों को वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया है। मुजफ्फरनगर दंगे में सपा मुस्लिमों को इंसाफ नहीं दिला पाई, जबकि 70 मुस्लिम विधायक थे। पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। एनपीआर लागू किया गया, तो मुजफ्फरनगर से ही विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को भी आड़े हाथों लिया।
असदुद्दीन ओवैसी ने पाकिस्तान के मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि क्रिकेट में जीत पर गलत बयानबाजी नहीं करें। पाकिस्तान की औकात मलेरिया की दवा खरीदने तक की नहीं है। हमारे देश में जो भी है, वह हमारे घर का मामला है। मुजफ्फरनगर में मदीना चौक पर शोषित वंचित समाज सम्मेलन में पहुंचे ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों के साथ हमेशा नाइंसाफी हुई है। मुस्लिमों को अगर कुछ हासिल करना है, तो सियासत ताकत हासिल करनी पड़ेगी। यह जिंदगी और मौत का चुनाव है। जिनके पास सियासी ताकत है, उन्हें इंसाफ मिलता है। सियासत में जिसकी लाठी, उसकी भैंस जैसी स्थिति चल रही है। त्रिपुरा में मस्जिद गिराई जाती है, लेकिन भाजपा सरकार कुछ नहीं बोलती। फुलत के मौलाना कलीम सिद्दीकि पर मुकदमा दर्ज किए जाने पर भी नाराजगी जताई।
खतौली विधायक विक्रम सैनी को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया, सरकार को इस पर ऊपरी अदालत में अपील करनी चाहिए। ऐसे विधायक को बरी क्यों किया जा रहा है। बिना नाम लिए उन्होंने पूर्व सांसद कादिर राना पर भी निशाने साधे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से क्रिकेट में हार पर गेंदबाज मोहम्मद शमी को दोषी ठहराया जाना कहां का इंसाफ है।