देश अरबपतियों की संख्या बढ़कर 126 हुई, मुकेश अंबानी सबसे ऊपर
नई दिल्ली। बीते डेढ़ वर्षों में देश के अरबपतियों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन अरबपति प्रवर्तकों की समेकित संपत्ति करीब 728 अरब डॉलर (करीब 54.6 लाख करोड़ रुपये) है, जो 2020 के दिसंबर में 494 अरब डॉलर (37 लाख करोड़ रुपये) थी।
2022 का आगाज होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं। नए साल को लेकर लोगों ने नई-नई योजनाएं बनाना शुरू कर दिया। इस बीच बीते साल की बात करें तो निवेशकों के लिए 2021 शानदार रहा। जहां एक ओर शेयर बाजार में निवेश करने वालों की संपत्ति में 72 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ, वहीं दूसरी ओर एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश के अरबपतियों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है। मुकेश अंबानी इस सूची में शीर्ष पर हैं।
पिछले डेढ़ साल से शेयर बाजार में तेजी और आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) की बाढ़ से देश के अरबपति प्रवर्तकों की जमात में कई नए प्रवर्तक शामिल हुए हैं। 1 अरब डॉलर (करीब 75,000 करोड़ रुपये) की हैसियत वाले प्रवर्तकों और कारोबारियों की संख्या 2020 के 85 से बढ़कर इस साल रिकॉर्ड 126 हो गई है। इन अरबपति प्रवर्तकों की समेकित संपत्ति करीब 728 अरब डॉलर (करीब 54.6 लाख करोड़ रुपये) है, जो 2020 के दिसंबर में 494 अरब डॉलर (37 लाख करोड़ रुपये) थी।
रिपोर्ट के अनुसार, सूची में शामिल 126 अरबपतियों की समेकित संपत्ति वित्त वर्ष 2022 में देश के अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के करीब 25 फीसदी के बराबर है। पिछले साल अरबपतियों की संपत्ति और जीडीपी का अनुपात 18.6 फीसदी था। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले डेढ़ वर्षों में दलाल स्ट्रीट पर एक मजबूत रैली और प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) में अभूतपूर्व उछाल ने भारत में अरबपति प्रमोटरों की संख्या में वृद्धि जारी रखी है।
रिपोर्ट में पेश किए गए आंकड़ों पर नजर डालें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के चेयरमैन मुकेश अंबानी एक बार फिर अरबपतियों की लिस्ट में पहले पायदान पर काबिज हैं। मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 104.7 अरब डॉलर (या 7.85 लाख करोड़ रुपये) है। जो डॉलर में पिछले साल की तुलना में 21.4 फीसदी अधिक है। 2019 में अंबानी की संपत्ति में 37 फीसदी का इजाफा हुआ था। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण दिसंबर 2020 के 12.81 लाख करोड़ रुपये से 25 फीसदी बढ़कर 16 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया।
अदाणी समूह के गौतम अदाणी लगातार दूसरे साल अपनी संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा करने वाले प्रवर्तक रहे। अदाणी समूह की नेटवर्थ 2021 में 82.43 अरब डॉलर है, जो दिसंबर 2020 के करीब 40 अरब डॉलर के मुकाबले दोगुने से भी अधिक है। 2019 में इनकी हैसियत 20 अरब डॉलर थी। अदाणी समूह की सूचीबद्घ कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण इस साल अब तक 133 फीसदी बढ़कर 9.87 लाख करोड़ रहा, जो दिसंबर 2020 में 4.27 लाख करोड़ रुपये था।
तकनीकी क्षेत्र के उद्यमियों में विप्रो के अजीम प्रेमजी, एचसीएल टेक के शिव नाडर और इंफोसिस के संस्थापकों की संपत्ति में भी इस साल खासी उछाल आई है। आईटी कंपनियों के शेयरों में तेजी का इन्हें फायदा मिला है। संपत्ति में इजाफा करने वाले शीर्ष उद्यमियों में एवेन्यू सुपरमार्ट के आर के दमाणी भी शुमार हैं, जो 30.1 अरब डॉलर नेटवर्थ के साथ देश के चौथे सबसे अमीर प्रवर्तक हैं। पिछले साल उनका नेटवर्थ 18.4 अरब डॉलर था। बजाज समूह के राहुल बजाज की संपत्ति में भी खासा इजाफा हुआ है।