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November 22, 2024
राष्ट्रीय

इमरान की नापाक चाल, भारत को ही आतंक के जाल में फंसाने चला पाकिस्तान

  • October 15, 2019
  • 1 min read
इमरान की नापाक चाल, भारत को ही आतंक के जाल में फंसाने चला पाकिस्तान

कश्मीर पर मोदी सरकार के फैसले से बौखलाए पाकिस्तान को सूझ नहीं रहा है कि वह कैसे भारत को दुनिया के सामने बदनाम करे। यही वजह है कि पाकिस्तान लगातार भारत और भारतीयों को आतंकी साजिशों में फंसाने की नापाक कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान बार-बार भारत और आतंक के बीच रिश्ता जोड़ने की कोशिश कर रहा है ताकि वह अपने जुर्म को दुनिया से छिपा सके और भारत को भी अपनी तरह आतंकी देशों की कतार में ला सके। पाकिस्तान ने बीते कुछ समय में कई भारतीयों को आतंकी घोषित करने का प्रयास कर चुका है।

विदेश मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, अपने हरदम अजीज दोस्त चीन की मदद से पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक अजॉय मिस्त्री को इस्लामिक स्टेट का आतंकी बताकर उनके खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद 1267 के रिजॉलूशन ( जिसे अल-कायदा प्रतिबंध समिति, या 1267 प्रतिबंध समिति के रूप में जाना जाता है) के तहत एक प्रस्ताव लाया है। पाकिस्तान ने भारतीय नागरिक अजोय मिस्त्री को आतंकी घोषित करने के लिए जो प्रस्ताव लाया है, उसमें उसने अजॉय को इस्लामिक स्टेट का आतंकवादी बताया है, जो पाकिस्तान को निशाना बनाता है। राजनयिकों ने कहा कि अल कायदा प्रतिबंध सूची में भारतीय नागरिक मिस्त्री को शामिल करने के इस्लामाबाद के प्रस्ताव को 1267 समिति के अध्यक्ष द्वारा अन्य सदस्यों के बीच रखा गया है।

पिछले महीने संयुक्त राष्ट्र में चीन की मदद से एक और भारतीय नागिरक को आतंकी घोषित करने की पाकिस्तान ने कोशिश की थी, मगर पाकिस्तान के चीन समर्थित प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र ने इस पर रोक लगा दी थी। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में इंजीनियर के तौर पर कार्यरत वेनुमाधव डोंगरा को ग्लोबल आतंकी साबित करने के लिए यूएनएससी के 1267 कमेटी के समक्ष प्रस्ताव पेश किया था, जिसे यूनाइटेड स्टेट ने रोक लगा दी थी।

पाकिस्तान ने उनके खिलाफ झूठे केस दिखाने के लिए उन पर 11 मार्च को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित तारीक गिदार ग्रुप को हथियार और विस्फोटक देने के मामले में FIR दर्ज की थी। पाकिस्तान पेशावर स्कूल में हुए जनसंहार के पीछे इस ग्रुप का हाथ मानता है। यहां सैनिक स्कूल पर हुए हमले में 132 बच्चों की मौत हुई थी। साथ ही पेशावर के एयरबेस पर सितंबर, 2015 में हुए हमले के पीछे इस ग्रुप का हाथ है। बता दें कि पाकिस्तान ने एक और भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को ऐसे ही फंसाया है, जो अभी पाकिस्तान की जेल में बंद हैं।

इस प्रस्ताव के तहत सुरक्षा परिषद किसी आतंकवादी या आतंकी संगठन को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी या आतंकवादी संगठन घोषित कर सकती है और उस पर व्यापक प्रतिबंध लगा सकती है। इस सूची में नाम शामिल होते ही संयुक्त राष्ट्र के सभी देश उसे आतंकवादी या आतंकी संगठन के रूप में सत्यापित मानकर कठोर रवैया अपनाते हैं। भले ही ऐसे आतंकी या आतंकवादी संगठन दुनिया में कहीं भी स्थित क्यों न हों।

साउथ ब्लॉक के अधिकारियों के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में एंट्री और उसके समरी में अजॉय मिस्त्री को अफगानिस्तान में टेरर नेटवर्क के कॉर्डिनेटर के रूप में डिस्क्राइब किया गया है, जो आईएसआईएल-खोरासन के साथ काम करता है, जिसके ऊपर पाकिस्तान में कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। संयुक्त राष्ट्र में प्रस्तुत डोजियर यह भी दावा करता है कि वह “सीरिया और इराक से अफगानिस्तान में विदेशी आतंकवादी लड़ाकों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने में शामिल था और उन्होंने 2017 और 2018 में आईएसआईएल-खोरसान नेताओं के साथ कई बैठकें आयोजित की।

इतना ही नहीं, इस डोजियर में यह भी कहा गया है कि अजॉय ने 2018 के अगस्त-सितंबर में आईएसआईल-खोरसान के नेताओं को वित्तीय मदद भी मुहैया करवाई, जिसके परिणाम स्वरूप पाकिस्तान के खैबर पख्तुन्वा, ओराकजाई और कलाया बाजार में आत्मघाती हमले हुए है्ं और करीब 31 लोगों की जानें गईं।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, अजॉय मिस्तरी के पास भारत का पासपोर्ट है और उन्होंने 2016 से 2018 तक अबु धाबी में कुक का काम किया। इससे पहले 2008 से 11 के बीच उन्होंने अमेरिकी सैन्य कैंप में भी कुक का काम किया है। जून 2012 में वह काबूल चले गए और फिर वहां कई सालों तक आफगानिस्तान में कुक का काम किया। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि बाद में चेतावनी के बाद वह भारत आ गए और अभी कोलकाता में हैं।

भारतीय अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान चाह रहा है कि इस लिस्ट में किसी तरह तीन-चार भारतीय नागरिकों के नाम आ जाए। बता दें कि कई पाकिस्तानी नागरिकों मसलन दाऊद इब्राहिम, हाफिज सईद और मसूद अजहर सहित वैश्विक आतंकवादियों के रूप में ग्लोबल आतंकी इस लिस्ट में शामिल हैं और पाकिस्तान चाहता है कि उसकी तरह ही भारत के कुछ नागरिक भी इसमें शामिल हो जाए।