लखनऊ । समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता रहीं पंखुरी पाठक ने आखिरकार समाजवादी पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया है । सपा छोड़ने के पीछे सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव द्वारा पंखुरी को प्रवक्ता के पद से छुट्टी करने को माना जा रहा है । सूत्र कहते हैं कि सपा हाईकमान की अनुमति के बिना हाल ही में पंखुरी एक प्रतिनिधिमंडल मे विदेश गयी थीं, जो सपा सुप्रीमो को नागवार गुजरा । सोमवार को जारी की गई सूची में पंखुरी पाठक का नाम शामिल नही था, जिसके तत्काल बाद ही पंखुरी ने सपा को अलविदा कह दिया है । पंखुरी ने सपा नेतृत्व पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं ।
सपा छोड़ते हुए पंखुरी ने ट्विटर पर लिखा है कि, “भारी मन से सभी साथियों को सूचित करना चाहती हूँ कि समाजवादी पार्टी के साथ अपना सफ़र मैं अंत कर रही हूँ। 8 साल पहले विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित हो कर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी लेकिन आज ना वह विचारधारा दिखती है ना वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चल रही है उसमें अब दम घुटता है”
भारी मन से सभी साथियों को सूचित करना चाहती हूँ कि @samajwadiparty के साथ अपना सफ़र मैं अंत कर रही हूँ।8 साल पहले विचारधारा व युवा नेतृत्व से प्रभावित हो कर मैं इस पार्टी से जुड़ी थी लेकिन आज ना वह विचारधारा दिखती है ना वह नेतृत्व। जिस तरह की राजनीति चल रही है उसमें अब दम घुटता है
— Pankhuri Pathak पंखुड़ी पाठक پنکھڑی (@pankhuripathak) August 27, 2018
बताते चलें कि पंखुरी पाठक पिछले दिनों से विवादों में थीं, कभी ब्रह्नवाद को लेकर तो कभी नमाज पर टिप्पणी को लेकर सपा का ओबीसी खेमा पंखुरी से नाराज चल रहा था । सोशल मीडिया पर भी पंखुरी को लेकर सपाई स्वंय विरोध का अभियान चलाए हुए थे । हालांकि पंखुरी ने अभी किसी भी पार्टी से जुड़ने के बारे में इनकार किया है और उच्च शिक्षा के लिए पार्टी छोड़ने को कारण बताया है ।