पैराडाइज पेपर्स में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज का नाम भी शामिल
इस्लामाबाद । पनामा पेपर्स लीक के करीब 18 महीने बाद सामने आए ‘पैराडाइज पेपर्स’ में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शौकत अजीज का नाम भी शामिल है। इससे पहले पनामा पेपर्स मामले में पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का नाम सामने आया था और उन पर भ्रष्टाचार तथा धन की हेराफेरी के आरोप लगे थे। सर्वोच्च न्यायालय ने जुलाई में इस मामले में उन्हें अयोग्य करार दिया था, जिसके कारण उन्हें अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। अब ‘पैराडाइज पेपर्स’ मामले में अजीज का नाम सामने आया है, जो साल 2004-2007 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे थे।
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‘पैराडाइज पेपर्स’ में 1.34 करोड़ दस्तावेज
इंटरनेशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) तथा 95 मीडिया पार्टनर्स द्वारा जारी ‘पैराडाइज पेपर्स’ में करीब 31,000 व्यक्तियों या कंपनियों के बारे में जानकारी है। इसमें 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं। इस खुलासे के जरिये उन फर्मों और फर्जी कंपनियों के बारे में बताया गया है, जो दुनियाभर में अमीर और ताकतवर लोगों का पैसा विदेशों में भेजने में उनकी मदद करते हैं। इसमें कई भारतीय राजनेताओं, कलाकारों और कारोबारियों के नाम भी सामने आए हैं। यह खुलासा जर्मनी के जीटॉयचे साइटुंग नामक अखबार ने किया है।
अजीज का नाम अंटार्कटिक ट्रस्ट से जुड़ा
‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक, अजीज का नाम अंटार्कटिक ट्रस्ट के संबंध में आया है, जिसका गठन उन्होंने किया था और इसके लाभार्थियों में उनकी पत्नी, बच्चे शामिल हैं। अजीज ने साल 1999 में पाकिस्तान का वित्त मंत्री बनने से पहले इस ट्रस्ट का गठन अमेरिकी राज्य डेलावेयर में किया था। उस वक्त वह सिटिबैंक के लिए काम कर रहे थे। उन्होंने पाकिस्तान का वित्त मंत्री या प्रधानमंत्री रहते हुए इस ट्रस्ट के बारे में खुलासा नहीं किया था।
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साल 2012 में एक कानूनी फर्म ने अपने आंतरिक मेमो में कहा कि अजीज पर विपक्ष ने अपनी संपत्ति के बारे में गलत जानकारी देने, भ्रष्टचार और अवैध फंड का आरोप लगाया है। तीन साल बाद कानूनी फर्म एप्पलबाय ने कहा कि पाकिस्तान की अदालत ने अजीज के खिलाफ लोकप्रिय बलूच नेता अकबर बुग्ती की हत्या के मामले में तीन गिरफ्तारी वारंट जारी किए। सितंबर 2015 में अंटार्कटिक ट्रस्ट बंद हो गया और संबंधित फाइल एप्पलबाय के आंतरिक डेटाबेस से हटा दी गई।
अजीज के वकीलों ने किया बचाव
आईसीआईजे के अनुसार, अजीज के वकीलों ने कहा कि वह पाकिस्तानी प्रशासन को ट्रस्ट के बारे में बताने के लिए वैधानिक रूप से बाध्य नहीं थे। यह बात उनकी पत्नी और बच्चों पर भी लागू होती है। उन्होंने इस संबंध में सभी अमेरिकी करों का भुगतान किया था।
‘पैराडाइज पेपर्स’ में अजीज के अतिरिक्त नेशनल इंश्योरेंश कॉरपोरेशन लिमिटेड (NICL) के पूर्व अध्यक्ष अयाज खान नियाजी का नाम भी शामिल है।
‘तेल एवं गैस सेक्टर की कई कंपनियाें के नाम भी शामिल’
जांच-पड़ताल में योगदान देने वाले पाकिस्तानी पत्रकार उमर चीमा ने एक निजी टीवी चैनल को बताया कि लीक दस्तावेजों में तेल एवं गैस सेक्टर की कई कंपनियों और कारोबारियों के नाम भी हैं। हालांकि उन्होंने इस क्रम में किसी का नाम नहीं लिया।