सुरक्षा में हुई चूक के बाद राष्ट्रपति कोविंद से मोदी की मुलाक़ात, राष्ट्रपति ने भी जताई चिंता
नई दिल्ली। पीएम मोदी ने आज राष्ट्रपति भवन में रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। इससे पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से फोन पर भी बातचीत की थी। कल फिरोजपुर में सुरक्षा पर हुई चूक पर तफ्तीश से पीएम मोदी ने राष्ट्रपति कोविंद को सारी जानकारी दी। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक मामले पर चिंता व्यक्त की।
President Ram Nath Kovind met Prime Minister Narendra Modi at the Rashtrapati Bhavan today and received from him a first-hand account of the security breach in his convoy in Punjab yesterday. The President expressed his concerns about the serious lapse. pic.twitter.com/lzvAuriuGb
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 6, 2022
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी, हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाने के लिए पंजाब के बठिंडा पहुंचे थे, उन्हें हेलीकॉप्टर से कार्यक्रम स्थल पर ले जाया जाना था, लेकिन बारिश और खराब दृश्यता के कारण, उन्होंने मौसम साफ होने के लिए लगभग 20 मिनट तक इंतजार किया।
‘जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह फैसला लिया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय शहीद स्मारक का दौरा करेंगे, जिसमें दो घंटे से अधिक समय लगेगा। इससे पहले पीएम मोदी ने राष्ट्रपति से फोन पर भी बातचीत की थी। तथा कल ही उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने पीएम मोदी से बात की थी।
प्रधानमंत्री के काफिले को रोका गया जो कि एक सिक्योरिटी ब्रीच है। यही वजह है कि राष्ट्रपति से प्रधानमंत्री की मुलाकात हुई है और पूरी जानकारी दी गई है क्योंकि ये वीवीाईपी प्रोटोकॉल का मामला है। इसको लेकर एक बहुत बड़ा खाका तैयार होता है। पूरे देश में इसको माना जाता है। हर राज्य सरकार की जिम्मेदारी होती है कि इसे लागू करे। लेकिन पंजाब सरकार इसमें पूरी तरह से फेल रही है और राष्ट्रपति तक को इसकी जानकारी इसलिए दी जा रही है क्योंकि ये हर वीवीआईपी के लिए एक बहुत बड़े खतरे की घंटी है। खासकर पंजाब जैसे बॉर्डर इलाके पर।
चुनावी राज्य पंजाब के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बुधवार को उस वक्त ‘‘गंभीर चूक’’ की घटना हुई, जब फिरोजपुर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने उस सड़क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जहां से उन्हें गुजरना था। इस वजह से प्रधानमंत्री एक फ्लाईओवर पर 20 मिनट तक फंसे रहे। घटना के बाद प्रधानमंत्री दिल्ली लौट गए। वह ना तो किसी कार्यक्रम में शामिल हुए और ना ही दो साल के बाद राज्य में अपनी पहली रैली को ही संबोधित कर सके।
इस घटना पर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंजाब सरकार से इस चूक के लिए एक रिपोर्ट मांगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई को कहा जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे में सुरक्षा प्रक्रिया में इस तरह की लापरवाही पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसके लिए जवाबदेही तय की जाएगी।