#Aligarh : पुलिस एनकाउंटर पर उठ रहे सवाल, परिवार बोला, ‘पुलिस ने 6 दिन पहले घर से उठाया फिर मार दिया’
अलीगढ | उत्तर प्रदेश का चर्चित जिला अलीगढ एक बार फिर चर्चाओं में है | इस बार अलीगढ पुलिस द्वारा गत गुरूवार को किया गया एनकाउंटर विवादों के घेरे में है | पुलिस द्वारा मीडिया को एनकाउंटर के लिए आमंत्रित करने से पुलिस की काफी फजीहत हो रही है | विपक्षी दलों ने भी योगी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं | वहीँ एनकाउंटर में मारे गए नौशाद और मुस्तकीम के परिवार ने एनकाउंटर को फर्जी बताया है और पुलिस द्वारा लड़कों को पांच दिन पूर्व घर से उठाने की बात कही है | नौशाद की बेबस मां ने इन्साफ की गुहार लगाई है | पुलिस ने परिवार के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है | राष्ट्रीय स्तर पर मामला छाया हुआ है | अलीगढ में भी एनकाउंटर को लेकर गहमागहमी का माहौल है |
एनकाउंटर में मारे गये लड़कों के परिवार ने पुलिस पर गंभीर आरोप-
पुलिस एनकाउंटर में मारे गए नौशाद और मुस्तकीम के परिवार ने अलीगढ पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये हैं | नौशाद की दादी रफीकन ने मीडिया को बताया कि रविवार 16 सितम्बर को दिन में दोपहर ढाई बजे के करीब पुलिस ने नौशाद, नफीस को घर से उठाया था और अब मार दिया | रफीकन कहती हैं कि पुलिस ने झूठे केस में मेरे पौते को मारा है | नौशाद की मां और मुस्तकीम की सास शाहीन ने कहा कि पुलिस मेरे बेटे को जिन्दा लेकर गयी थी, मुझे तो ज़िंदा ही चाहिए | वो कहती है कि पुलिस ने घर से ले जाकर नौशाद और मुस्तकीम को मारा है | रोते बिलखते हुए दोनों इन्साफ की मांग करती हैं | वही अतरौली में जहां इनका परिवार रहता है वहां भी लोग रविवार को पुलिस द्वारा मृतकों को उठाकर ले जाने की बात कह रहे हैं | परिवार के आरोपों को बाद पुलिस की काफी किरकिरी हो रही है |
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पुलिस ने ऐसे किया था एनकाउंटर-
पुलिस द्वारा बताए गए घटनाक्रम के अनुसार गुरुवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे इंस्पेक्टर हरदुआगंज डॉ. विनोद कुमार साधु आश्रम पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान एक बाइक सवार दो लोगों को रुकने का इशारा किया। दोनों तेजी से माछुआ नहर की ओर भागे। बाइक का नंबर देखने पर पता चला कि यह बुधवार रात तालसपुर पुलिया के पास तालानगरी की फैक्ट्री के मजदूरों से लूटी गई थी। दोनों बदमाशों का पीछा शुरू किया गया। कुछ देर बाद बदमाश खुद को घिरता देख माछुआ नहर के झाल पर स्थित सिंचाई विभाग के पुराने खंडहरनुमा दफ्तर में छिप गए और अंदर से पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इस पर पुलिस टीम ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। सूचना पर इंस्पेक्टर अतरौली, इंस्पेक्टर पालीमुकीमपुर, इंस्पेक्टर अकराबाद, इंस्पेक्टर क्वार्सी, इंस्पेक्टर गांधीपार्क के अलावा एसएसपी अजय कुमार साहनी, एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, एसपी देहात मणीलाल पाटीदार, एएसपी नीरज जादौन, एसओजी/क्राइम ब्रांच आदि टीमें पहुंच गईं। करीब एक घंटे तक दोनों ओर से कई दर्जन राउंड फायरिंग हुई।
इसमें दोनों बदमाश व एसओ पाली प्रदीप कुमार जख्मी हो गए। तीनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों बदमाश मुस्तकीम पुत्र इरफान व नौसाद पुत्र राशिद निवासीगण गली नंबर 8 शिवपुरी छर्रा हाल निवासी मोहल्ला भैंसपाडा अतरौली को मृत घोषित कर दिया गया। अस्पताल ले जाते समय अपने नाम बताने पर स्पष्ट हुआ कि दोनों साधुओं व किसानों सहित छह लोगों की हत्या के आरोपी 25-25 हजार के इनामी हैं। इनके पास से बरामद बाइक रात तालसपुर से लूटी गई मिली है। अभी एक बदमाश अफसर पुत्र अल्लादीन निवासी मुहल्ला छटवां, उझांनी, बदायूं फरार चल रहा है। बता दें कि पिछले दिनों पकड़े गए इस गैंग के मास्टर माइंड सहित पांच बदमाशों ने हरदुआगंज के तिहरे हत्याकांड सहित जिले में अब तक कुछ छह हत्याएं करना स्वीकारा था, जिनमें से दो साधु मारे गए थे। एसएसपी अजय कुमार साहनी ने बताया कि सुबह पुलिस टीम के रोकने पर बदमाश नहीं रुके और जब पीछा किया तो वह माछुआ नहर के खंडहरों में आकर छिप गए। यहां घेराबंदी के दौरान बदमाशों की फायरिंग में हुई जवाबी कार्रवाई में दोनों गोली लगने से जख्मी हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया। एक एसओ पाली भी जख्मी हुए हैं। बदमाश 25-25 हजार के इनामी हैं। इसके लिए टीम बधाई की पात्र है।
अलीगढ में हुए इस एनकाउंटर से पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है | जांच के बाद अब देखना यह है कि परिवार के आरोप सही हैं या पुलिस के दावे |