चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायरमेंट से पहले आ सकता है राम मंदिर पर फैसला !
नई दिल्ली। अयोध्या भूमि विवाद मामले की सुप्रीम कोर्ट में 6 अगस्त से शुरू हुई रोजाना सुनवाई का आज 26वां दिन है। सुनवाई के दौरान वकील अपनी-अपनी दलीलें जजों की बेंच के सामने रख रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संविधान पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। मुस्लिम पक्षकार के वकील राजीव धवन ने कहा कि मुस्लिम पक्षकारों को मौजूदा और अगले हफ्ते तक का वक्त लग जाएगा। जबकि रामलला विराजनाम के वकील ने कहा कि हम 2 दिन में जवाब देंगे। इस पर धवन ने कहा कि उसके बाद मुझे भी 2 दिन लगेंगे। निर्मोही अखाड़ा ने नहीं बताया जिरह के लिए कितना वक्त चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, जरूरत पड़ी तो हर दिने 1 घंटे और सुनवाई करेंगे और जरूरत पड़ी तो शनिवार को भी सुनवाई करेंगे। कोर्ट ने कहा आप लोगों ने जो समय-सीमा दी है, उसके मुताबिक 18 अक्टूबर तक सभी पक्ष कोर्ट के समक्ष अपनी दलीलें रख लेंगे। ऐसे में 17 नवंबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के रिटायर होने से पहले सुप्रीम कोर्ट को अपना फैसला लिखने और सुनाने के लिए एक महीने का वक्त मिलेगा।