हाथरस : पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय के भाई पर जिपं सदस्य के अपहरण का आरोप
हाथरस | पंचायत चुनाव का रंग चरम पर है | सिकंदराराऊ के वार्ड नंबर सात के जिला पंचायत सदस्य की पत्नी ने पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के छोटे भाई रामेश्वर उपाध्याय पर अपने पति के अपहरण का आरोप लगाया है। पत्नी ने पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने का भी आरोप लगाया है। बुधवार को सदस्य मनोज बघेल की धर्मपत्नी रजनी सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे सपा कार्यालय पहुंचीं। रजनी का आरोप है कि उसके पति मनोज बघेल को रामेश्वर उपाध्याय 23 दिन पहले वह सिकंदराराऊ की राधा नगर कॉलोनी में उसके घर पर आये। उन्होंने घर आते ही कहा कि मनोज बघेल से बातचीत करनी है। घर के बाहर उनके जेठ के सामने रामेश्वर उनके पति से बातचीत कर रहे थे। उसके बाद जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बिठा लिया और लेकर चले गये। जाते समय रामेश्वर ने कहा कि वह एक दो दिन में वापस घर छोड़कर जायेंगे। मगर आज तक उनके पति का कोई सुराग नहीं लगा।
रजनी का आरोप है कि वह दस जून को एसपी को प्रार्थना पत्र दे चुकी हैं, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आज तक उनके पति से मुलाकात नहीं करायी गयी है। अब उनका फोन आना भी बंद हो गया है। उसे डर है कि कहीं उसके पति की अपहरण के बाद हत्या तो नहीं कर दी है।
वहीँ, पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय ने बताया कि आठ दिन पहले मनोज बघेल ने वीडियो कॉल के जरिये पुलिस अधिकारी से बातचीत की। पुलिस अधिकारी को बताया कि वह अपनी स्वेच्छा से यहां रह रहा है। पुलिस को उसने प्रार्थना पत्र दिया है कि देवेन्द्र अग्रवाल और ओमवती यादव ने उसकी पत्नी को अपने कब्जे में कर लिया है। उससे बातचीत तक नहीं होने दे रहे हैं। मनोज ने दो दिन पहले सीओ सिकंदराराऊ को कार्यालय पर आकर बयान दिये हैं। उस वक्त मनोज ने अपने भाई और पत्नी को फोन किया, लेकिन वह उससे मिलने के लिए नहीं आ सके। तीन घंटे तक मनोज मेरी सिकंदराराऊ कोठी पर अपने परिवार का इंतजार करता रहा। मगर कोई उससे मिलने के लिए नहीं आ सका।
हाथरस के एसपी का कहना है कि दोनों में से कोई स्वतंत्र नहीं है। दोनों ही अपने-अपने लोगों के साथ आ रहे हैं। मनोज ने देवेन्द्र अग्रवाल के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया है। जबकि अब उसकी पत्नी रजनी रामेश्वर के खिलाफ प्रार्थना पत्र दे रही है। इस पूरे मामले की जांच सीओ सिकंदराराऊ कर रहे हैं।