रूस की मारिया शरापोवा को इस साल फ़्रेंच ओपन टेनिस में खेलने का मौक़ा नहीं मिलेगा. टूर्नामेंट के अधिकारियों ने शरापोवा को वाइल्ड कार्ड एंट्री देने से मना कर दिया है. दो बार फ्रेंच ओपन टेनिस की चैम्पियन रह चुकीं 30 वर्षीय शरापोवा की रैंकिंग इस समय काफ़ी कम है, इस कारण उन्हें फ़्रेंच ओपन में सीधे प्रवेश नहीं मिल पाया था.
प्रतिबंधित ड्रग्स का सेवन करने के कारण शरापोवा पर 15 महीने की पाबंदी लगी थी, जो इस साल अप्रैल में ख़त्म हुई है.
फ़्रेंच टेनिस फ़ेडरेशन के प्रमुख बर्नार्ड गिडिचेली फ़ेरान्डिनी ने कहा, “चोट के बाद वापसी के लिए वाइल्ड कार्ड मिल सकता है लेकिन डोपिंग के बाद वापसी के लिए नहीं. मैं शरापोवा और उनके फ़ैन्स को सॉरी कहूँगा.” साल का दूसरा ग्रैंड स्लैम फ़्रेंच ओपन 28 मई से शुरू हो रहा है.
पूर्व नंबर वन शरापोवा को पिछले साल के शुरू में ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान हृदय रोग से संबंधित दवा मेल्डोनियम लेने का दोषी पाया गया था. शुरू में उन पर दो साल की पाबंदी लगी थी, जिसे घटाकर 15 महीने कर दिया गया था. पिछले महीने बिना किसी रैंकिंग के शरापोवा ने वापसी की. तीन प्रतियोगिताओं में उन्हें वाइल्ड कार्ड एंट्री मिली, जिसके बाद वे रैंकिंग में 211वें नंबर पर पहुँच गई हैं.
माना जा रहा है कि उन्हें अगले महीने शुरू होने वाले विंबलडन के क्वालिफाइंग मुक़ाबलों के लिए जगह मिल जाएगी. अगर वे इटालियन ओपन में अच्छा खेलती तो उन्हें मेन ड्रॉ में सीधे प्रवेश भी मिल सकता था लेकिन मंगलवार को इटालियन ओपन में उन्हें चोट के कारण दूसरे दौर के मैच से हटना पड़ा. उस समय शरापोवा आगे चल रही थी. उन्हें विंबलडन में वाइल्ड कार्ड मिलेगा या नहीं, इसका फ़ैसला 20 जून को होगा.
दूसरी ओर दुनिया के नंबर चार खिलाड़ी और इस साल के ऑस्ट्रेलियन ओपन टेनिस चैम्पियन स्विट्ज़रलैंड के रोजर फ़ेडरर इस साल फ़्रेंच ओपन टेनिस में नहीं खेलेंगे.
रोजर फ़ेडरर ने कहा है कि उनका टेनिस करियर और लंबा चले, इसलिए वे इस सीज़न क्ले कोर्ट पर नहीं खेलना चाहते हैं. 35 वर्षीय रोजर फ़ेडरर 18 बार ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीत चुके हैं. उनका कहना है कि वे ग्रास कोर्ट और हार्ड कोर्ट पर खेलने के लिए तैयारी करना जारी रखेंगे. यानी फ़्रेंच ओपन को छोड़कर वे बाक़ी के ग्रैंड स्लैम में खेलेंगे.
-BBC