किसानो के लिए सड़क पर उतरे अतुल प्रधान, आवारा गौवंशों को बांधने पहुंचे मेरठ DM ऑफिस, पुलिस से हुई नोंक-झोंक
मेरठ | आवारा पशुओं की समस्याओं और उनसे हो रही फसल बर्बादी से त्रस्त किसानो के समर्थन में समाजवादी नेता अतुल प्रधान खुलकर मैदान में आ गए हैं | आवारा गौवंशो को अतुल प्रदाहन सैंकड़ो किसानो के साथ डीएम ऑफिस पहुंचे लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया | अतुल प्रधान और समर्थको की इस दौरान पुलिस से जमकर नोंक-झोंक हुई | जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की और खूब हंगामा किया। इस दौरान कमिश्नरी चौक पर ही पुलिस को ज्ञापन सौंपा गया। पुलिस ने पशुओं को पुलिस लाइन में ले जाकर बांधा। यहां कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगे रखते हुए कहा कि आवारा पशुओं के कारण गांव के किसानों के फसलें प्रभावित हो रही हैं। क्योंकि आवारा पशुओं द्वारा फसलें तबाह की जा रही है। यही नहीं शहर और गांव दोनों ही जगह आवारा पशुओं ने सड़कों पर आवाम का निकलना दूभर कर दिया है।
ज्ञापन में अपनी मांगे रखते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि बिजली विभाग द्वारा आम लोगों को मीटरीकरण के नाम पर और अनाप-शनाप बिल थमाकर परेशान किया जा रहा है। वहीं किसानों को गन्ना भुगतान दिलाने में यूपी सरकार पूरी तरह असमर्थ है। ज्ञापन में कहा गया कि समय पर मिलों के न चलने के कारण गन्ना किसान गेहूं की फसल तक नहीं बो पाए हैं। यही नहीं यूपी के बेरोजगार भी भर्ती धांधली के कारण अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। शहरों में चैन स्नेचिंग जैसी घटनाएं हर रोज हा रही हैं। ऐसे में योगी सरकार को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
इसके अलावा ज्ञापन में कहा गया कि स्वच्छता अभियान के अंतर्गत ओडीएफ घोषित किया जाना एक बड़ा घोटाला है। इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। कार्यकर्ताओं ने फर्जी एन्काउंटरों की भी सीबीआई जांच कराने की मांग की साथ ही उपरोक्त सभी मांगों के न माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है।