राजस्थान के उदयपुर में बवाल, नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर दर्जी की हत्या
उदयपुर | राजस्थान के उदयपुर में नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले एक शख्स की गला रेतकर हत्या कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इस शख्स ने 10 दिन पूर्व नूपुर शर्मा के समर्थन में फेसबुक पर पोस्ट लिखा था। इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें दो शख्स धारदार हथियार लेकर अपना जुल्म कबूल करते दिख रहे हैं। उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल ने 10 दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया था। उन्हें उसी दिन से धमकी मिलने लगी थी।
घटना उदयपुर के मालदास स्ट्रीट में भूतमहल के पास की है। इसके बाद शहर में तनाव का माहौल पैदा हो गया है। आक्रोशित लोगों ने बाजार बंद करवा दिए हैं और कलेक्ट्री के पास देहलीगेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वो हर पहलू की जांच कर रहे हैं। आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह मामला पहले भी एक बार थाने तक पहुंचा और पुलिस ने दोनों के बीच समझौत भी करवा दिया था। लेकिन, हिंसक प्रवृत्ति के आरोपी ने युवक के गले पर वार कर नृशंस हत्या कर दी। आरोपी उसे कई दिनों से धमकियां भी दे रहा था। पुलिस आरोपियों को पकड़ने में जुट गई है।
कपड़े सिलवाने के लिए नाप देने के बहाने पहुंचा और हमला कर दिया-
धानमंडी थाना क्षेत्र में भूतमहल के पास सुप्रीम टेलर्स के नाम से दुकान चलाने वाले कन्हैयालाल तेली (40) दुकान पर ही काम कर रहा था, तभी दोपहर करीब ढाई बजे दो बदमाश आए। कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में प्रवेश किया। कन्हैयालाल कुछ समझ पाता, उससे पहले ही बदमाशों ने उस पर चाकू व तलवार से हमला बोल दिया। आधा दर्जन से अधिक वार किए। कन्हैयालाल की मौके पर ही मौत हो गई। संवेदनशील इलाका होने के कारण बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। कई सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने शहर के अंदर चार दिवारी व आसपास बाजार बंद करवा दिए गए। पुलिस के आला अधिकारी और एफएसएल टीम मौके पर पहुंची। टीम ने मौके से सबूत जुटाए।
वहीँ, इस बाबत परिजनों ने बताया कि कन्हैयालाल गोर्वधन विलास इलाके का रहने वाला था। 10 दिन पहले उसने नुपूर शर्मा के पक्ष में सोशल मीडिया पर पोस्ट की। इसके बाद से समुदाय विशेष के लोग उसे जान से मारने की धमकी दे रहे थे। कन्हैयालाल लगातार धमकियों से परेशान था। 6 दिनों से उसने अपनी टेलर्स की दुकान भी नहीं खोली थी। उसे पुलिस को धमकियां देने वाले युवकों के बारे में नामजद रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने उसे थोड़े दिन संभलकर रहने का बोलकर गंभीर नहीं लिया।