सावधान, भारत बंद भाजपा-आरएसएस का षड़यंत्र : मायावती
लखनऊ| बसपा मुखिया मायावती ने एससीएसटी कानून की बहाली के विरोध में आयोजित भारत बंद के लिए भाजपा पर हमला बोला है। नाराज़गी जताते हुए कहा है कि यह भाजपा व आरएसएस की जातिवादी व चुनावी साजिश है।
मायावती ने कहा है कि भाजपा ने ऐसा आंदोलन मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होने के वक्त भी किया था, लेकिन बसपा की कोशिशों से मंडल कमीशन की रिपोर्ट 1990 में लागू हो सकी। उन्होंने कहा है कि बसपा सर्वसमाज के हित को ध्यान में रखने वाली पार्टी है। उन्होंने ही पहली बार गरीब सवर्णों को आरक्षण देने के लिए केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी थी। इसके लिए संसद के अंदर और बाहर लगातार संघर्ष भी किया।
भाजपा शासित राज्यों में था बंद का असर
उन्होंने आरोप लगाया है कि एससीएसटी कानून की बहाली के विरोध में कुछ संगठनों के भारत बंद का असर भाजपा और सहयोगियों द्वारा शासित राज्यों में अधिक रहा। भाजपा सरकारों द्वारा प्रायोजित यह बंद जनता का ध्यान अन्य मुद्दों से हटाने का प्रयास रहा। केंद्र सरकार की गलत आर्थिक नीतियों पहले नोटबंदी फिर जीएसटी से देश की जनता परेशान है। बेरोजगारी और पलायन बढ़ा है। उन्होंने कहा है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें तथा रुपये के दाम में हो रही गिरावट से देश का आमजनजीवन प्रभावित है। इन कारणों से भाजपा बहुत तेजी से जनाधार खो रही है। एससीएसटी व पिछड़ों से अपील की है कि वह किसी के उकसावे या बकवाले में ना आएं। उन्होंने कहा कि यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि इस कानून का दुरुपयोग होगा। जब बसपा सरकार थी तो उन्होंने ही ऐसे मामलों में ठीक से जांच-पड़ताल करने के बाद ही कार्रवाई की थी किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया गया था।