लखनऊ | अखिलेश सरकार को हमेशा निशाने पर लेने वाले पूर्व आईएएस सूर्यप्रताप सिंह पर भाजपा राज में हुए हमले की चर्चाएँ चारो तरफ हो रही हैं | पहले सपा में गुंडाराज को कोसने वाले अब अपनी ही सरकार में भगवा टोली की गुंडागर्दी का शिकार हो गए हैं | हमले से आहत सूर्यप्रताप सिंह ने अपना दर्द फेसबुक पर यूं बयाँ किया-
”कल रात मेरे घर पर हथियारधारी गुंडों ने दो बार धावा बोला… शराब के नशे में धुत्त भगवा गमछाधारी, राइफ़ल व बंदूक़ों के साथ, अराजक तत्वों ने रात १०.३० बजे और फिर रात १.३० बजे हमला करने की कोशिश की। पुलिस के उच्च अधिकारियों ने भी फ़ोन नहीं उठाये। पूर्व सरकार में ये होता तो मुझे दुःख नहीं होता। वर्तमान सरकार को बनवाने में कहीं न कहीं हम सब का भी role है। दुःख इस बात का है कि योगी सरकार में भी मेरे जैसे पूर्व आईएएस अधिकारी के साथ यह सब हो रहा है।
२९ मई को एक माफ़िया, गौरव उपाध्याय, पूर्व विधायक (शिव सेना) व हिंदू युवा महासभा के स्वमभु अध्यक्ष की ‘बाहुबली’ लिखी गाड़ियों के मैंने फ़ोटो लिए थे। उनके गुर्गों ने मेरी गाड़ी रोक कर फ़ोटो खिंचने पर आपत्ति की थी और आक्रोश जताया था। क्या इन लोगों का हाथ है ? या फिर जिन भ्रष्ट अधिकारियों/ नेताओं/इंजिनीयर्स के घोटाले, मैंने उठाए हैं,उनका हाथ है ? ये तो पुलिस जाँच से ही पता चलेगा।
क्या सच का साथ देना …..भ्रष्टाचार के मुद्दे उठाना कोई अपराध है ?
क्या जिस की लाठी उसकी भैंस वाली बात ही चलेगी उ.प्र. में, चाहे कोई भी सरकार आ जाए ? ठीक है, यदि मुझे मार के भृष्टाचारियों का काम चल जाता है, तो मार लो ! मेरे बच्चे/परिवार को ऊपर वाला देख लेगा।”
सूर्यप्रताप सिंह की इस पोस्ट से यह तो साफ़ हो गया है कि भाजपा राज में आब भाजपा समर्थक भी सुरक्षित नहीं है | उन्हें भी खुद की सरकार में जान माल का भय सता रहा है |