उपचुनाव के नतीजों में देखने को मिला बड़ा उलटफेर, जानिए किसने क्या कहा
नई दिल्ली| उत्तर प्रदेश की गोरखपुर,फूलपुर और बिहार की अररिया समेत दो विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती जारी है। अब तक के नतीजे में बड़ी उलटफेर देखने को मिल रही है। यूपी के गोरखपुर, फुलपुर से सपा जबकि बिहार की अररिया लोकसभा सीट से राजद आगे चल रही है। यानि सपा और बसपा की जोड़ी भाजपा पर भारी पड़ती नजर आ रही है। वहीं इस बीच नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तो अभी से मायावती और अखिलेश यादव को जीत की बधाई दे दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘शानदार जीत, मायावती जी और अखिलेश यादव जी को बधाई। अंत की शुरुआत हो चुकी है।’ममता बनर्जी ने ट्वीट के जरिए ही बिहार के अररिया और जहानाबाद से जीत के लिए लालू यादव को भी बधाई दी। इस पर लालू यादव ने उनका शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने ममता बनर्जी का ट्वीट रिट्वीट करते हुए कहा, ‘धन्यवाद दीदी, हम लोग एक साथ मिलकर लड़ रह रहे हैं, हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी।’वहीं लालू यादव की बेटी मीसा भारती का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ‘आज के रुझानों ने बिहार से नीतीश कुमार की राजनीति की समाप्ति की घोषणा कर दी। बिहार की जनता का उनके तिकड़म के प्रति क्रोध अब उनकी राजनीति के जाते-जाते भी नहीं जाएगी।’
उधर, शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘मैं ये नहीं मानता कि सपा-बसपा गठबंधन ने काम किया। मैं मानता हूं कि प्रभु श्री राम की सबसे ज्यादा निंदा करने वाले सपा के नेता के लिए आपने जिस दिन रेड कारपेट डाला, उसी दिन प्रभु श्री राम भी आपके खिलाफ हो गए। कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा,’लोगाें ने सरकार के किसान विरोधी,युवा विरोधी और महिला विरोधी नीतियों के बारे में खुलकर बोला है। यह बिल्कुल स्पष्ट है कि लोगों द्वारा भाजपा को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है। सपा नेता राम गोपाल यादव ने कहा, ‘यूपी की जनता ने स्पष्ट तौर पर सरकार में अविश्वास व्यक्त कर दिया है। यूपी की जनता समझ चुकी है कि सारे देश की जनता को मूर्ख बना रहे हैं और स्वयं भगवान को धोखा दे रहे हैं।
वहीं माकपा नेता सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘उपचुनावों में सभी विजेताओं को बधाई। नतीजे सब कुछ बयां कर रहे हैं।’ बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, ‘भाजपा को अपने ‘फेस वैल्यू’ के लिए काम करना बंद करना चाहिए और लोगों के लिए काम करने का प्रयास करना चाहिए। तभी वे बेहतर कर सकते हैं, वरना इस उपचुनाव की तरह 2019 में भी इसी तरह के नतीजे का सामना करना पड़ेगा।’