विधान सभा चुनाव 2022: कांग्रेस का हाथ थामने वालों को मिलेगा ‘इनाम’
गोरखपुर। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि गोरखपुर जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी का प्रत्याशी निर्धारित करना पूरी तरह से पार्टी नेतृत्व पर निर्भर है। ऐसे में किसी भी चीज को लेकर कयास लगाना उचित नहीं होगा। सपा का दामन छोड़कर हाल ही में कांग्रेस का हाथ थामने वाले दो नेताओं को गोरखपुर जिले से टिकट मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। इनमें मनोज यादव और अनु प्रसाद शामिल हैं। इनमें से एक ने गोरखपुर तो दूसरे ने लखनऊ में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है।
कांग्रेस पार्टी ने गोरखपुर जिले के नौ विधानसभा क्षेत्रों में से अभी केवल दो विधानसभा क्षेत्रों के उम्मीदवारों की घोषणा की है। ऐसे में जिन विधानसभा क्षेत्रों से समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है, वहां से टिकट पाने की मंशा पाल रखे नेताओं को अब कांग्रेस पार्टी में संभावना दिख रही है। हालांकि महानगर कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष तिवारी का कहना है कि पार्टी नेतृत्व के टिकट दिए जाने से पहले कयास लगाया जाना उचित नहीं है।
मनोज यादव समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष जगदीश यादव के पुत्र हैं और सहजनवां विधानसभा क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय हैं। वहीं, अनु प्रसाद गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र राजनीति में सक्रिय अमर पासवान की पत्नी हैं और लंबे अरसे से समाजवादी पार्टी में सक्रिय थीं। लेकिन, पार्टी से टिकट नहीं मिलने की संभावना को देखते हुए दोनों ने कांग्रेस पार्टी का दामन थाम लिया है।
अनु प्रसाद खजनी विधानसभा क्षेत्र और मनोज यादव ने सहजनवां विधानसभा क्षेत्र से टिकट की आस लगाए हुए हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर भी इन नेताओं के कांग्रेस पार्टी ज्वाइन करने के बाद खजनी और सहजनवां विधानसभा क्षेत्रों से टिकट मिलने का कयास लगाया जा रहा है। हानगर कांग्रेस अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने कहा कि गोरखपुर जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से पार्टी का प्रत्याशी निर्धारित करना पूरी तरह से पार्टी नेतृत्व पर निर्भर है। ऐसे में किसी भी चीज को लेकर कयास लगाना उचित नहीं होगा।